
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान हुए हमले के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है। बुधवार को हुई इस घटना के बाद गुरुवार सुबह सीआरपीएफ के जवानों ने दिल्ली पुलिस से सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली और अब उन्हें जेड-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है।
मुख्यमंत्री आवास और कार्यालय के आसपास अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति में उनकी सुरक्षा चाक-चौबंद रहे।
क्या है Z-श्रेणी सुरक्षा?
जेड-श्रेणी की सुरक्षा केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली उच्च स्तरीय सुरक्षा है, जिसमें 20 से अधिक सीआरपीएफ कमांडो, ड्राइवर और एस्कॉर्ट वाहन शामिल रहते हैं। यह सुरक्षा केवल उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें गंभीर खतरे की आशंका होती है।
घटना के बाद तुरंत फैसला
रेखा गुप्ता 20 फरवरी को मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद लगातार ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम कर रही थीं। मंगलवार को हुए हमले ने उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए थे। सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही उनकी सुरक्षा की समीक्षा कर रही थीं और हमले के बाद केंद्र ने तुरंत सुरक्षा स्तर बढ़ाने का फैसला लिया।
आरोपी पुलिस रिमांड पर
घटना के आरोपी राजेश खिमजी को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो और स्पेशल सेल की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।
आरोपी का परिवार बोला – “गरीब हैं, माफी चाहते हैं”
पुलिस के अनुसार, राजेश पहली बार ट्रेन से दिल्ली आया था और सिविल लाइंस के गुजराती भवन में ठहरा था। उसकी मां भानुबेन ने बताया कि राजेश रिक्शा चालक है और गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उन्होंने कहा कि कुत्तों को सड़कों से हटाने के वीडियो देखकर बेटा परेशान था और इसी कारण उसने हमला किया। भानुबेन ने मुख्यमंत्री से माफी की अपील भी की।
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