नेपाल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही, गृह मंत्री ने दिया इस्तीफा

काठमांडू: नेपाल में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सोशल मीडिया बैन और सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने देशभर को हिलाकर रख दिया है। राजधानी काठमांडू से लेकर पोखरा, झापा, बुटवल, चितवन, नेपालगंज और विराटनगर तक सड़कों पर युवाओं का सैलाब उमड़ा हुआ है। विरोध इतना उग्र हो चुका है कि अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन गुस्साए युवा पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
इस बीच नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि हिंसा में जान-माल की हानि की जिम्मेदारी वे खुद पर महसूस करते हैं। हालांकि, गृहमंत्री के इस्तीफे से भी सड़कों पर उबाल थमता नजर नहीं आ रहा।
पुलिस को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। सुरक्षाबलों द्वारा गोलीबारी, आंसू गैस और लाठीचार्ज के बावजूद हजारों युवा लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
विपक्षी पार्टियां अब एकजुट होकर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को हटाने की रणनीति बनाने लगी हैं। विपक्ष का कहना है कि ओली सरकार ने देश को हिंसा और अराजकता की ओर धकेल दिया है और अब बदलाव जरूरी है।
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