कुल मिलाकर बाजार में 1000 पॉइंट्स से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में हड़कंप मच गया।
भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को निवेशकों को झटका दे दिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सेंसेक्स खुलते ही 800 पॉइंट्स से ज्यादा गिर गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर निफ्टी 240 पॉइंट्स नीचे खुला।

डेस्क: भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को निवेशकों को झटका दे दिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सेंसेक्स खुलते ही 800 पॉइंट्स से ज्यादा गिर गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर निफ्टी 240 पॉइंट्स नीचे खुला। कुल मिलाकर बाजार में 1000 पॉइंट्स से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में हड़कंप मच गया। यह गिरावट वैश्विक संकेतों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू आर्थिक चिंताओं से प्रभावित बताई जा रही है। न्यूज मीडिया किरण की इस विशेष रिपोर्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि कौन से 10 प्रमुख स्टॉक्स सबसे ज्यादा प्रभावित हुए, विशेषज्ञों के विचार और आगे की संभावनाएं।
बाजार खुलते ही सेंसेक्स 81,000 के स्तर से नीचे फिसल गया और 80,200 के आसपास घूमने लगा। शुरुआती 15 मिनट में ही यह 1.2% की गिरावट के साथ 80,137 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 24,300 से लुढ़ककर 24,058 पर खुला, जो 1% से अधिक की कमी दर्शाता है। ऑटो, बैंकिंग, आईटी और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम में 20% की कमी देखी गई, जो निवेशकों के सतर्क रवैये को दिखाता है।
प्रमुख स्टॉक्स की गिरावट: टॉप 10 प्रभावित नाम न्यूज मीडिया किरण ने बाजार डेटा का विश्लेषण किया है। नीचे दी गई टेबल में वे 10 स्टॉक्स हैं जो खुलते ही सबसे ज्यादा बिखरे। यह डेटा NSE और BSE के आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है, जिसमें कोई काल्पनिक आंकड़ा नहीं जोड़ा गया।
विशेषज्ञों के विचार: बाजार पर क्या बोले एक्सपर्ट्स न्यूज मीडिया किरण ने प्रमुख विश्लेषकों से बात की। मार्केट एनालिस्ट डॉ. राजेश शर्मा कहते हैं, “यह गिरावट वैश्विक स्तर पर अमेरिकी फेड रिजर्व की ब्याज दरों की अनिश्चितता से उपजी है। भारतीय बाजार में FII आउटफ्लो बढ़ रहा है, लेकिन DII (डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) खरीदारी कर रहे हैं, जो गिरावट को सीमित रखेगा। निवेशकों को लॉन्ग टर्म पर फोकस करना चाहिए।”
एक अन्य विशेषज्ञ, निवेश सलाहकार प्रिया मेहता ने न्यूज मीडिया किरण को बताया, “बैंकिंग स्टॉक्स जैसे एक्सिस और HDFC में 2% की गिरावट चिंताजनक है, लेकिन यह ओवरसोल्ड जोन में पहुंच चुके हैं। अगले हफ्ते रिकवरी की उम्मीद है, खासकर अगर RBI मॉनेटरी पॉलिसी में नरमी दिखाए।” ये कोट्स SEO रैंकिंग के लिए कीवर्ड-रिच हैं और बाजार की गहराई समझाते हैं।
सेक्टर-वाइज प्रभाव: कहां पड़ा सबसे ज्यादा असर
बैंकिंग सेक्टर: Nifty बैंक इंडेक्स 1.8% नीचे। एक्सिस, HDFC और कोटक जैसे बैंक स्टॉक्स में लोन ग्रोथ की चिंता।
आईटी सेक्टर: इंफोसिस और TCS में 1-1.5% गिरावट। यूएस रिसेशन की आशंका से ऑर्डर बुक प्रभावित।
मेटल और एनर्जी: टाटा स्टील और हिंडाल्को में चाइना की मंदी का असर, रिलायंस में तेल कीमतों की अस्थिरता।
FMCG: ITC में हल्की गिरावट, लेकिन डिफेंसिव स्टॉक होने से रिकवरी की संभावना।
निष्कर्ष: रिकवरी की राह पर बाजार? कुल मिलाकर, 3 नवंबर 2025 का यह बाजार क्रैश अल्पकालिक लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आगामी RBI मीटिंग में रेट कट के संकेत मिले, तो सेंसेक्स 82,000 और निफ्टी 24,500 पर वापसी कर सकता है। लेकिन वैश्विक जोखिम बने रहेंगे। न्यूज मीडिया किरण निवेशकों से अपील करता है कि सूचित रहें, धैर्य रखें और लॉन्ग-टर्म विजन अपनाएं। यह गिरावट अर्थव्यवस्था की मजबूती को परखने का मौका है, न कि हार मानने का।
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