अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर बढ़ा विवाद, भारत ने ट्रंप को दिया सख्त जवाब

अमेरिका और भारत के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते (ट्रेड डील) को लेकर तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ कम करने में देर करने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में भारत ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी दबाव या समय-सीमा के तहत समझौता नहीं करेगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत केवल उन्हीं समझौतों को महत्व देता है जो निष्पक्ष और दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हों। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत समय-सीमा से बंधा हुआ समझौता नहीं करेगा। गोयल ने कहा कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर चर्चा जारी है, लेकिन यह जल्दबाजी में पूरी नहीं होगी।
ट्रंप ने हाल ही में कहा कि भारत ने अब जाकर टैरिफ कम करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन यह बहुत देर से किया गया है। वह लंबे समय से भारत पर ऊंचे टैरिफ लगाने का आरोप लगाते रहे हैं और भारत को कई बार “टैरिफ किंग” तक कह चुके हैं। उनका मानना है कि भारत की नीतियां अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचाती हैं।
हालांकि, भारत का तर्क है कि घरेलू उद्योगों को सुरक्षा देने और संतुलन बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी हैं।
दोनों देशों के बीच इस समझौते पर मार्च से बातचीत चल रही है और अब तक पांच दौर पूरे हो चुके हैं। लेकिन हाल ही में भारत द्वारा कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 50% शुल्क लगाने के बाद, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने छठे दौर की वार्ता स्थगित कर दी। नई तारीख तय नहीं हुई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि बातचीत आगे बढ़ना फिलहाल आसान नहीं होगा।
तनाव के बावजूद भारत अपनी वैश्विक व्यापारिक रणनीति को आगे बढ़ा रहा है। पीयूष गोयल ने बताया कि भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया, यूएई, मॉरीशस, ब्रिटेन और यूरोपीय समूह ईएफटीए के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा अन्य देशों से भी बातचीत चल रही है। इससे साफ है कि भारत केवल अमेरिका पर निर्भर नहीं है और अपने व्यापारिक रिश्तों का दायरा विश्वभर में फैला रहा है।
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