
नई दिल्ली: विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने चुनाव परिणाम आने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सांसदों ने जो फैसला सुनाया है, उसे वे पूरी ईमानदारी और लोकतंत्र में अटूट विश्वास के साथ स्वीकार करते हैं।
रेड्डी ने क्या कहा?
सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि भले ही नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया, लेकिन जिस बड़े उद्देश्य और विचारधारा के लिए विपक्ष एकजुट होकर संघर्ष कर रहा था, वह जारी रहेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि विचारों की यह लड़ाई आगे और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी। साथ ही उन्होंने नए उपराष्ट्रपति बने सी.पी. राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं और उनके कार्यकाल की सफलता की कामना की।
सी.पी. राधाकृष्णन बने नए उपराष्ट्रपति
इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने 152 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। कुल 788 सांसदों में से 781 ने वोटिंग की। इनमें 767 वोट वैध रहे। राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। इस तरह राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए।
चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी छिड़ गई। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि “सभी 315 विपक्षी सांसदों ने वोट तो डाला, लेकिन असली सवाल यह है कि किसके लिए?” इस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पलटवार किया और कहा कि “बीजेपी सिर्फ अंकगणित में जीतती है, नैतिक रूप से उसकी हार होती है।”