
Israel Iran Conflict: ईरान और इजराइल के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत ने अपनी कूटनीति से बड़ी कामयाबी हासिल की है। ईरान ने अपने बंद हवाई क्षेत्र को सिर्फ भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए खोला है। ऑपरेशन सिंधु के तहत 20 जून से शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक 1000 से ज्यादा छात्र भारत लौट चुके हैं। आइए, इस खबर को समझें।
ऑपरेशन सिंधु क्या है?
भारत सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया। ईरान में करीब 4000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, खासकर मेडिकल कोर्स। इजराइल के हमलों के बाद ईरान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, लेकिन भारत के अनुरोध पर इसे खास तौर पर खोला गया। 110 छात्रों का पहला जत्था 20 जून को आर्मेनिया के रास्ते दिल्ली पहुंचा। अगले दो दिनों में तीन विशेष चार्टर्ड फ्लाइट्स से और छात्र लौटेंगे।
भारत की कूटनीतिक जीत
ईरान ने किसी अन्य देश के लिए हवाई क्षेत्र नहीं खोला, लेकिन भारत के साथ मजबूत रिश्तों की वजह से यह फैसला लिया। विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास ने छात्रों को युद्ध प्रभावित शहरों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। आर्मेनिया के येरेवन शहर से विशेष उड़ानें चलाई जा रही हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “हमारे छात्रों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।” यह भारत की वैश्विक ताकत को दिखाता है।
Israel Iran Conflict: छात्रों की स्थिति
ईरान में ज्यादातर भारतीय छात्र मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं। युद्ध शुरू होने के बाद कई छात्र डर के माहौल में थे। भारतीय दूतावास ने 24/7 हेल्पलाइन शुरू की, जिससे छात्रों को मदद मिली। एक छात्र ने बताया, “हमें सुरक्षित जगह ले जाया गया और अब हम घर लौट रहे हैं।” भारत सरकार ने सभी छात्रों को निकालने का लक्ष्य रखा है।