बीजिंग में पाक सेना प्रमुख की ‘सख्त स्वागत’, चीन ने उठाई सुरक्षा की चिंता

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की चीन यात्रा ऐसे वक्त पर हुई जब दोनों देशों के बीच रणनीतिक रिश्तों को नया आयाम देने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन यह दौरा तब विवादों में आ गया जब बीजिंग में हुई उच्चस्तरीय बैठक के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर नाराजगी जताई।
कूटनीति के मंच पर उठा सुरक्षा का सवाल
जनरल असीम मुनीर ने मुलाकात के दौरान चीन के साथ “पत्थर जैसी दोस्ती” की बात कही, लेकिन चीन ने इस पर मुस्कुराने की बजाय सीधे सुरक्षा का मुद्दा उठा दिया। वांग यी ने साफ किया कि पिछले कुछ वर्षों में हुए आतंकी हमलों में मारे गए चीनी नागरिकों को लेकर चीन बेहद चिंतित है। उन्होंने पाकिस्तान से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की।
घटनाएं जो चीन को खटक रही हैं
2024 में कराची एयरपोर्ट के पास आत्मघाती कार बम हमले में तीन चीनी इंजीनियरों की मौत और उसी साल मार्च में आत्मघाती विस्फोट में पांच चीनी नागरिकों की हत्या जैसी घटनाएं चीन की चिंता का केंद्र बनी हुई हैं। ये हमले केवल पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को ही नहीं, चीन-पाक रिश्तों की नींव को भी झकझोर रहे हैं।
मुनीर का रणनीतिक मिशन
भारत-पाक संघर्ष के बाद जनरल मुनीर की यह पहली चीन यात्रा थी। उन्होंने फील्ड मार्शल बनने के बाद बीजिंग पहुंचकर यह संदेश देने की कोशिश की कि पाकिस्तान अपनी सैन्य प्रतिबद्धताओं को और मजबूत करना चाहता है। लेकिन कूटनीति के इस दौरे में चीन ने सैन्य रस्मों से आगे बढ़कर जमीनी सुरक्षा पर बात की।
बधाई के साथ चेतावनी
चीन ने असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनने की बधाई तो दी, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब केवल प्रतीकों और पुराने नारों से काम नहीं चलेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, “दोनों देशों ने हर हालात में एक-दूसरे का साथ दिया है, लेकिन यह जरूरी है कि चीनी नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता हो।”
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