चाईबासा: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के निर्देश पर मंगलवार को पश्चिम सिंहभूम जिले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास के नेतृत्व में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान में एक विशाल मार्च निकाला गया। यह मार्च कांग्रेस भवन, चाईबासा से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होकर गुजरा। अंत में कांग्रेसियों ने जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम हस्ताक्षरयुक्त आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कांग्रेस ने भारतीय संविधान की रक्षा, डॉ. अंबेडकर के योगदान का सम्मान, और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई कथित अपमानजनक टिप्पणियों पर विरोध प्रकट किया।
ज्ञापन की मुख्य बातें:
- कांग्रेस ने संविधान और उसमें निहित मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और इसे सत्तारूढ़ सरकार द्वारा किसी भी प्रकार के उल्लंघन से बचाने की मांग की।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संसद में डॉ. अंबेडकर के प्रति कथित अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया।
- भाजपा द्वारा दलित और हाशिए के समुदायों के अधिकारों और आरक्षण के मुद्दे को महत्वहीन बनाने की आलोचना की गई।
- डॉ. अंबेडकर पर टिप्पणी को दलित समुदाय और संविधान के प्रति असम्मान बताया गया और इसे तत्काल खारिज करने की मांग की गई।
- कांग्रेस ने जाति आधारित जनगणना की अपनी मांग दोहराई और भाजपा द्वारा इसके विरोध की आलोचना की।
- ज्ञापन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पद से बर्खास्त करने और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का आग्रह किया गया।
नेताओं का वक्तव्य:
विधायक सोनाराम सिंकु ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणियों ने न केवल डॉ. अंबेडकर की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि लाखों भारतीयों की भावनाओं को भी आहत किया है। उन्होंने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास ने कहा कि कांग्रेस संविधान की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता में अडिग है और सत्तारूढ़ दल के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
मार्च में भाग लेने वाले प्रमुख नेता:
इस मार्च और ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इनमें देवेन्द्र नाथ चंपिया, नीतिमा बारी, लक्ष्मण हासदा, आनंद सिंकु, मायधर बेहरा, अशरफुल होदा, रमेश सिंह, मासूम रजा, मोहन सिंह हेम्ब्रम, विजय सिंह सामड, मंजीत प्रधान, ललित दोराईबुरु, शैलेश गोप, सुरेश चंद्र सावैयां आदि शामिल थे। मार्च के माध्यम से कांग्रेस ने संविधान और डॉ. अंबेडकर के प्रति अपने सम्मान और समर्थन को रेखांकित करते हुए भाजपा के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।