रांची-झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. राज्य सरकार धनबाद जिले की तोपचांची झील को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बेहतर कार्य योजना के साथ आगे बढ़ रही है. तोपचांची लेक का पर्यावरण के अनुरूप सौंदर्यीकरण कराकर बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. झारखंड प्रकृति की आंचल में बसा राज्य है. आने वाले दिनों में झारखंड पर्यटन हब के रूप में पहचाना जा सके, इसके लिए पर्यटन विभाग, वन विभाग और नगर विकास विभाग समन्वय स्थापित कर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें. कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में अधिकारियों ने तोपचांची झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने संबंधित कार्ययोजना का पीपीटी प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री के समक्ष दिया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तोपचांची लेक को विकसित किए जाने संबंधित प्रारूप के हर पहलू से अवगत हुए तथा बिंदुवार जानकारी लेते हुए अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण सुझाव एवं निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पर्यटन स्थल से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो, इसका भी ख्याल रखें. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि तोपचांची झील के विकसित होने से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर सृजित होंगे.
तोपचांची झील और उसके आसपास 33 एकड़ भूमि टूरिस्ट हब के तौर पर विकसित किए जाने की योजना है. इसमें रिजॉर्ट, जंक्शन, प्लाजा, एक्टिविटी पार्क, सेंट्रल पार्क, नेचर पार्क, मोटर स्पोर्ट्स पार्क, म्यूजिक पार्क, फूड प्लाजा, कैफेटेरिया, बोटिंग जैसी सुविधाएं पर्यटकों के लिए आकर्षण होंगी.
झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, पर्यटन निदेशक अंजलि यादव एवं कंसल्टेंट एजेंसी समर्थ इंफ्राटेक सर्विसेस प्रालि के टाइटस नाईनन, रोहित कौशिक और साकेत चौहान एवं अन्य बैठक में उपस्थित थे.