रांची: अदाणी एवं उनके सहयोगियों को बचाने और मणिपुर में जारी हिंसा की अनदेखी करने के खिलाफ झारखंड कांग्रेस ने बुधवार को रांची में राजभवन मार्च किया. झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि केंद्र सरकार अदाणी और मणिपुर मामले में पूरी तरह मौन है. उनके नेता सदन में दोनों मामलों को लगातार उठा रहे हैं. मणिपुर जल रहा है. वहां शांति बहाली की मांग लगातार की जा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं.
कांग्रेस विधायक दल नेता प्रदीप यादव ने कहा कि यह जनता की आवाज है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री उनके सवालों का जवाब दें. पिछले 1 वर्ष में अमित शाह दर्जनों बार झारखंड आ चुके हैं. मणिपुर वर्षों से जल रहा है. वहां हत्याएं और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन गृह मंत्री को वहां जाने का वक्त नहीं मिल रहा है. प्रधानमंत्री खामोश हैं. झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल या व्यक्ति डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान करता है तो यह एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान का अपमान है.
राजभवन मार्च में विधायक सुरेश बैठा, नमन विक्सल कोंगाड़ी, भूषण बाड़ा, श्वेता सिंह, रामचन्द्र सिंह, ममता देवी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, योगेन्द्र साव, शहजादा अनंवर, कार्यालय प्रभारी ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष साहु, राजन वर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, रमा खलखो, सुलतान अहमद, भीम कुमार, अशोक चौधरी, जयशंकर पाठक, राजीव रंजन प्रसाद, रवीन्द्र सिंह, डॉ एम तौसीफ, आभा सिन्हा, शान्तनू मिश्रा, गजेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता शामिल हुए.