Jharkhand News: हजारीबाग वन भूमि घोटाला, ACB ने पूर्व CO शैलेश कुमार को गिरफ्तार किया, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कार्रवाई
ACB ने हजारीबाग वन भूमि घोटाले में पूर्व CO शैलेश कुमार को दबोचा, न्यायिक हिरासत में भेजा, फरार जेल सुपरिंटेंडेंट की तलाश जारी।
Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग जिले में वन भूमि घोटाले ने नया मोड़ ले लिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बुधवार को पूर्व सर्कल ऑफिसर (CO) शैलेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई वन विभाग की जमीनों के गैरकानूनी हस्तांतरण के मामले में हुई है। शैलेश कुमार पर पांच प्लॉटों का दाखिल खारिज कराने का आरोप है। यह घोटाला हजारीबाग के विकास को रोक रहा था। ACB की यह सख्ती भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा संदेश है। हजारीबाग वन भूमि घोटाले में अब तक कई लोग फंस चुके हैं। आम लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इससे जमीनों की चोरी रुकेगी।
वन भूमि घोटाले का पूरा मामला
हजारीबाग वन भूमि घोटाला कई साल पुराना है। इसमें वन विभाग की कीमती जमीनों को गलत तरीके से लोगों के नाम कर दिया गया। पूर्व डिप्टी कमिश्नर विनय कुमार चौबे के समय यह खेल शुरू हुआ। शैलेश कुमार तब हजारीबाग सदर अंचल के CO और बाद में SDO थे। उन्होंने पांच प्लॉटों का दाखिल खारिज मंजूर किया। ये प्लॉट वन विभाग के थे। ACB को शक है कि इसमें कमीशन का खेल चला। शैलेश कुमार अब पंचायती राज विभाग में डिप्टी डायरेक्टर हैं। लेकिन उनका पुराना कनेक्शन इस घोटाले से जोड़ता है। ACB ने रांची में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई।
ACB की कार्रवाई, जेल सुपरिंटेंडेंट फरार
शुक्रवार को स्पेशल कोर्ट फॉर विजिलेंस में शैलेश कुमार को पेश किया गया। जज आशा देवी भट्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ACB ने कहा कि पूछताछ में कई राज खुले। घोटाले में और लोग फंसे हैं। अलग से एक मामला जेल का है। विनय सिंह नाम के आरोपी को जेल में आरामदायक सुविधाएं दी गईं। इसके लिए जेल सुपरिंटेंडेंट जितेंद्र कुमार सिंह पर शक है। ACB ने उन्हें पूछताछ के बाद जाने दिया। लेकिन वे फरार हो गए। अब पुलिस टीमें उनकी तलाश में लगी हैं। एक टीम रांची में और दूसरी पलामू में। मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) चेक हो रहे हैं। लेकिन फोन बंद है। SUV कार के नंबर से ट्रेसिंग चल रही है। लोहसिंहना थाने में संदिग्ध एक्टिविटी रिपोर्ट (SANHA) दर्ज हुई। ACB का कहना है कि जेल में भ्रष्टाचार घोटाले का हिस्सा है।
घोटाले के असर और आगे की जांच
हजारीबाग वन भूमि घोटाले से स्थानीय लोग परेशान हैं। जंगल कम हो गए। जानवरों का घर छिन गया। किसान और आदिवासी सबसे ज्यादा प्रभावित। ACB ने कहा कि जांच जारी है। और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पूर्व DC विनय चौबे भी निशाने पर हैं। यह मामला झारखंड सरकार के लिए चुनौती है। भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कानून की जरूरत। आम नागरिक चाहते हैं कि जमीनें वापस वन विभाग को मिलें। ACB की यह कार्रवाई पारदर्शिता लाएगी। हजारीबाग के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि न्याय मिले। घोटाले से सबक लेकर सिस्टम मजबूत बने।



