Jharkhand News: गिरिडीह में मंत्री को सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले युवक गिरफ्तार, झारखंड पुलिस ने पटना से पकड़ा, जानिए पूरी कहानी
गिरिडीह में मंत्रियों को सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले 21 वर्षीय अंकित मिश्रा को झारखंड पुलिस ने पटना से पकड़ा

Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह जिले में दो मंत्रियों को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी देने वाले 21 साल के युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम अंकित कुमार मिश्रा है। वह बिहार के पटना भागने की कोशिश कर रहा था। यह घटना उन छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर गलत बातें न करें। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की। आज गिरिडीह पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिटेल बताई।
सोशल मीडिया पर धमकी का वीडियो क्यों वायरल हुआ?
27 अगस्त 2025 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो फैल गया। इसमें अंकित कुमार मिश्रा ने गिरिडीह के विधायक और नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार तथा जामताड़ा के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को निशाना बनाया। वीडियो में अंकित ने कहा, “घर से कसम खाकर निकले हैं कि जब तक इन लोगों को नहीं मारेंगे, तब तक घर में नहीं घुसेंगे। जो होगा, देखा जाएगा।” उसने 24 घंटे के अंदर हमले की धमकी दी। वीडियो देखने वाले लोग डर गए। भाजपा और अन्य पार्टियों ने इसे गंभीर बताया। गिरिडीह के लोग कहते हैं कि ऐसी धमकियां समाज को बिगाड़ती हैं। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की।
आरोपी अंकित कुमार मिश्रा कौन है?
अंकित कुमार मिश्रा 21 साल का है। वह गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर का रहने वाला है। उसके पिता अरुण मिश्रा बरवाडीह में रंग फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। अंकित पढ़ाई छोड़ चुका है। वह वर्तमान में किराए का टोटो चलाता था। पहले बड़ा चौक की दुकान में काम किया, होटल में दरबान रहा और किसी अधिकारी के घर खाना बनाता था। उसका पुराना रिकॉर्ड खराब है। 2023 में मोबाइल चोरी के मामले में जेल जा चुका। 16 मई 2023 को नगर थाने में केस दर्ज हुआ था। पूछताछ में अंकित ने धमकी देने की बात मानी, लेकिन किसी गैंग से जुड़ाव से इनकार किया।
पुलिस ने कैसे पकड़ा और क्या जब्त किया?
वीडियो वायरल होते ही सदर एसडीपीओ जीतबाहन उरांव के नेतृत्व में एसआईटी बनी। साइबर डीएसपी मो. आबिद खान और मुफस्सिल थानेदार श्याम कुमार महतो ने जांच की। नगर थानेदार ज्ञानरंजन भी शामिल। पुलिस ने तकनीकी और मानवीय जानकारी से अंकित का पता लगाया। वह वृंदावन भागने की तैयारी कर रहा था। पटना से उसे 24 घंटे में पकड़ लिया। उसके पास से एंड्रॉयड मोबाइल और पेन ड्राइव जब्त की। प्राथमिकी अजीत कुमार (चिरैयाघाट रोड, बरमसिया निवासी) के आवेदन पर मुफस्सिल थाने में बीएनएसएस की धाराओं और आईटी एक्ट के तहत दर्ज हुई। एसपी डॉ. बिमल कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर सख्ती करेंगे। अंकित को सदर अस्पताल में मेडिकल चेकअप के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया।
Jharkhand News: आगे क्या होगा और जनता को सलाह
पुलिस ने कहा कि जांच जारी है। अगर और लोग शामिल निकले तो कार्रवाई होगी। गिरिडीह के लोग राहत महसूस कर रहे। विशेषज्ञ कहते हैं कि सोशल मीडिया पर गुस्से में कुछ न कहें। युवा सावधान रहें। यह मामला झारखंड में सोशल मीडिया धमकी 2025 की तरह सर्च होगा। पुलिस ने अपील की कि संदिग्ध वीडियो देखें तो खबर करें। हेल्पलाइन 100 पर कॉल करें।