Jharkhand News: रांची में माफिया प्रिंस खान का पाकिस्तान से टेरर फंडिंग कनेक्शन उजागर, पुलिस ने किया पर्दाफाश
रांची पुलिस का बड़ा दावा- रंगदारी से फंडिंग, ड्रोन से हथियार, 14 के खिलाफ UAPA में केस दर्ज।
Jharkhand News: झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। माफिया प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा गैंग के पाकिस्तान से जुड़े आतंकी फंडिंग के नेटवर्क को तोड़ने का दावा किया गया है। हवाला के जरिए पैसे भेजे जाते थे, जबकि बदले में ड्रोन से हथियार आते थे। यह मामला रंगदारी से शुरू होकर देश की सुरक्षा को खतरे में बदल गया। रांची पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया है। यह खुलासा अपराध और आतंक के गठजोड़ को दिखाता है।
Jharkhand News: प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा गैंग की भूमिका
प्रिंस खान, जो यूएई में छिपा है, इस साजिश का मुख्य सूत्रधार है। वह पाकिस्तान से हथियार मंगवाता था और हवाला से फंडिंग भेजता था। व्यवसायियों को धमकी भरे वीडियो भेजकर रंगदारी वसूलता था। दूसरी तरफ, सुजीत सिन्हा जेल में बंद है, लेकिन अपने गुर्गों से वीडियो बनवाकर प्रिंस को भेजता था। सुजीत की पत्नी रिया सिन्हा भी इसमें शामिल रही। हथियारों की डिलीवरी लड़कियां करती थीं। अन्य गुर्गे जैसे बबलू खान उर्फ इनामुल हक, रवि आनंद, मोहम्मद शाहीद और जितेश कुमार व्यवसायियों के नंबर जुटाते थे। जंगी ऐप पर प्लानिंग होती थी। रंगदारी न देने पर घरों के बाहर फायरिंग की जाती थी।
हथियारों की आपूर्ति और फंडिंग का तरीका
पुलिस जांच से पता चला कि हथियार पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा पंजाब में गिराए जाते थे। फिर विभिन्न रास्तों से झारखंड पहुंचाए जाते थे। फंडिंग हवाला चैनल से यूएई होते हुए पाकिस्तानी आतंकी संगठनों तक जाती थी। यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था। रांची के बीआईटी ओपी थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई। गिरोह का नेटवर्क झारखंड से लेकर विदेश तक फैला था। पुलिस का कहना है कि यह आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा था। हाल की पूछताछ से सारी डिटेल्स सामने आईं।
पुलिस कार्रवाई और आगे की चुनौतियां
रांची पुलिस ने यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। सुजीत सिन्हा पहले से जेल में है, जबकि प्रिंस खान फरार है। अन्य 12 गुर्गों पर नजर रखी जा रही है। गिरफ्तारियां जल्द हो सकती हैं। यह मामला दिखाता है कि स्थानीय अपराध आतंकवाद से कैसे जुड़ सकता है। पुलिस ने कहा कि आगे जांच जारी रहेगी। झारखंड में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है। यह साजिश रांची की गलियों से देशभर के खतरे तक पहुंच गई थी। कुल मिलाकर, यह पर्दाफाश अपराधियों को सबक सिखाएगा।



