Jharkhand News: झारखंड में नक्सली हमला, पलामू के जंगलों में मुठभेड़, दो जवान शहीद, एक घायल
झारखंड के पलामू में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 2 जवान शहीद।

Jharkhand News, पटना: झारखंड के पलामू जिले में बुधवार देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। इस मुठभेड़ में दो बहादुर जवान शहीद हो गए, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल है। यह घटना मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में हुई, जहां पुलिस टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति) के नक्सली कमांडर शशिकांत गंझू को पकड़ने के लिए अभियान चला रही थी। आइए जानें इस दुखद घटना के बारे में विस्तार से।
Jharkhand News: मुठभेड़ का विवरण
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली शशिकांत गंझू कर्मा उत्सव के दौरान अपने गांव केदल में हो सकता है। इसके आधार पर पुलिस ने बुधवार देर रात 1 से 1:30 बजे के बीच सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही पुलिस बल जंगल में पहुंचा, नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, लेकिन इस दौरान दो जवान, संतन मेहता और सुनील राम, शहीद हो गए। एक अन्य जवान, रोहित कुमार, गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें डाल्टनगंज के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
Jharkhand News: शशिकांत गंझू की तलाश
शशिकांत गंझू, टीएसपीसी का जोनल कमांडर, पलामू और चतरा जिले में नक्सली गतिविधियों का मुख्य सरगना माना जाता है। मुठभेड़ के बाद वह अपने दस्ते के साथ जंगल की आड़ में भाग निकला। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। पलामू की पुलिस अधीक्षक रीशमा रमेशन ने कहा शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम नक्सलियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। घायल जवान के इलाज के लिए हर संभव व्यवस्था की जा रही है।
Jharkhand News: प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा पलामू के केदल जंगल में विशेष अभियान के दौरान दो पुलिसकर्मियों, संतन मेहता जी और सुनील राम जी की शहादत अत्यंत दुखद है। उन्होंने शहीदों के परिवारों को सांत्वना दी और घायल जवान के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। पुलिस मुख्यालय ने भी इस घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की है।
लोगों के लिए सलाह
पलामू और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। नक्सली खतरे को देखते हुए जंगल क्षेत्रों में अकेले न जाएं। आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन से संपर्क करें। यह खबर सामान्य जागरूकता के लिए है।