रांची : झारखंड के सरकारी कार्यालयों के बाहर मेधा डेयरी बूथ लगेंगे . कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता विभाग इसको लेकर सरकार से स्थल मुहैया कराने का अनुरोध करेगा . इसका उद्देश्य राज्य के अंदर मेधा डेयरी को बढ़ावा देना और उसका प्रचार _ प्रसार करना है . पशुपालन निदेशालय हेसाग में झारखंड मिल्क फेडरेशन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने ये निर्देश दिया है . समीक्षा बैठक के दौरान मेधा डेयरी के प्रचार प्रसार की जरूरत को महसूस किया गया. इसके लिए शहरी क्षेत्र में स्कूल के बाहर मेधा डेयरी के अस्थाई बूथ दिखेंगे . स्कूली बच्चों के बीच मेधा डेयरी के उत्तम उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे .
विभाग का मानना है कि स्कूली बच्चें मेधा डेयरी के प्रचार का सबसे सशक्त माध्यम हो सकते है . इसके लिए स्कूल के बाहर मेधा डेयरी के द्वारा कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे . रांची के मांडर , चान्हो , बेड़ों प्रखंड में भी मेधा डेयरी का बूथ खोलने का निर्देश विभागीय मंत्री ने दिया है .
जमशेदपुर के बजाय सरायकेला _ खरसांवा जिले में डेयरी प्लांट के लिए स्थल चयन का निर्देश मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने दिया है . पशुपालन विभाग के द्वारा संचालित फॉर्मर ट्रेनिंग सेंटर को आवासीय बनाने की बात मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने अधिकारियों से कही है . ताकि ऐसे ट्रेनिंग सेंटर पर 200 से 300 किसानों की आवासीय ट्रेनिंग हो सके . गो सेवा आयोग के साथ एक कार्यशाला आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है . इस कार्यशाला में गो पालकों को कई तरह की जानकारी दी जाएगी . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है फेडरेशन के साथ _ साथ डेयरी कॉपरेटिव सोसाइटी का गठन किया जाए . ये झारखंड के लिए सफल साबित होगा . ऐसा करके ग्रामीण स्तर पर लोगों को जोड़ा जा सकता है . इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और विभाग का अपने लक्ष्य को पाने में भी सफल साबित होगा .