
Bihar News: बिहार के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी! नीतीश सरकार ने 1,800 नए आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की योजना को मंजूरी दी है। यह योजना बिहार के कई जिलों, खासकर मुजफ्फरपुर, में लागू होगी। इन केंद्रों से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं को मुफ्त भोजन, स्वास्थ्य जांच और शिक्षा की सुविधा मिलेगी। इससे गांवों में रहने वाले परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों से क्या होगा फायदा?
नए आंगनबाड़ी केंद्र खुलने से बिहार के ग्रामीण इलाकों में बच्चों का पोषण और स्वास्थ्य बेहतर होगा। इन केंद्रों में 6 साल तक के बच्चों को मुफ्त खाना, टीकाकरण, और बुनियादी शिक्षा दी जाएगी। गर्भवती और दूध पिलाने वाली माताओं को भी पौष्टिक भोजन और स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में, जहां कुपोषण एक बड़ी समस्या है, यह योजना बच्चों के भविष्य को संवारेगी।
मुजफ्फरपुर में बढ़ेगी सुविधा
मुजफ्फरपुर में कई नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। जिला प्रशासन ने बताया कि इन केंद्रों का निर्माण जल्द शुरू होगा। इनमें साफ पानी, शौचालय, और खेलने की जगह जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती भी होगी, जिससे स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा। यह योजना बिहार सरकार की सात निश्चय योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद हर गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना है।
लोगों को कैसे मिलेगा लाभ?
यह योजना खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए फायदेमंद होगी। गांवों में रहने वाली माताएं और बच्चे, जो पहले कुपोषण का शिकार थे, अब पौष्टिक खाना और स्वास्थ्य सुविधाएं पा सकेंगे। आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों को स्कूल जाने से पहले की शिक्षा भी देंगे, जिससे उनकी पढ़ाई की नींव मजबूत होगी। साथ ही, स्थानीय महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के रूप में नौकरी मिलेगी।
नीतीश सरकार की पहल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में हर बच्चे और मां को स्वस्थ रखना सरकार की प्राथमिकता है। इस योजना से न केवल कुपोषण कम होगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों में विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक सभी नए आंगनबाड़ी केंद्र शुरू हो जाएं। यह कदम बिहार को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में और मजबूत बनाएगा।

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