मूडीज़ ने भारत की Baa3 रेटिंग बरकरार रखी, स्थिर आउटलुक से आर्थिक मजबूती का संकेत

डेस्क: घरेलू मोर्चे पर रुपये की गिरावट और उच्च अमेरिकी टैरिफ की चुनौतियों के बीच मूडीज़ रेटिंग्स ने भारत के लिए राहत भरी खबर दी है। एजेंसी ने भारत की दीर्घकालिक स्थानीय और विदेशी मुद्रा जारीकर्ता रेटिंग को Baa3 पर स्थिर आउटलुक के साथ बरकरार रखा है। इसके अलावा, स्थानीय मुद्रा में senior unsecured रेटिंग को भी अपरिवर्तित रखा गया है।
मूडीज़ का मानना है कि स्थिर आउटलुक भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं और सुधारते वित्तीय संकेतकों को दर्शाता है। हालांकि, एजेंसी ने चेताया कि ऋण से जुड़े कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं से वित्तीय सुधार पर दबाव बन सकता है।
एजेंसी के अनुसार, यह स्थिरता भारत को प्रतिकूल बाहरी रुझानों, जैसे उच्च अमेरिकी टैरिफ और अंतरराष्ट्रीय नीतिगत कदमों, के प्रति लचीला बनाती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि सरकार की बढ़ती आर्थिक गतिविधियों और वित्तीय उपायों के बावजूद उच्च ऋण बोझ में बड़ी कमी आना आसान नहीं है।
मूडीज़ ने भारत की दीर्घकालिक स्थानीय मुद्रा बॉन्ड सीमा A2 और विदेशी मुद्रा बॉन्ड सीमा A3 भी अपरिवर्तित रखी। इससे पहले, 14 अगस्त को एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की सरकारी साख को ‘BBB-‘ से बढ़ाकर ‘BBB’ कर दिया था।
Baa3 क्या है ?
Baa3 मूडीज़ की सबसे निचली इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग है। इसका अर्थ है कि भारत के बॉन्ड और ऋण साधन निवेश योग्य हैं, लेकिन जोखिम के लिहाज से श्रेणी के निचले स्तर पर। यदि रेटिंग Baa3 से नीचे जाती है, तो इसे “जंक” माना जाएगा और उधार लेने की लागत बढ़ सकती है। “स्थिर” आउटलुक का मतलब है कि मूडीज़ निकट भविष्य में इस रेटिंग में कोई बदलाव की संभावना नहीं देखता।