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हाल ही में Indian Council of Medical Research (ICMR) के द्वारा किए गए अध्ययन ने साबित कर दिया है

क्या आपने कभी सोचा है कि आप जिन सामान्य सर्दी-खाँसी को हल्के में लेते हैं, वही भविष्य में बड़ी बीमारी का आगाज़ बन सकती है?

डेस्क: हाल ही में Indian Council of Medical Research (ICMR) के द्वारा किए गए अध्ययन ने साबित कर दिया है कि भारत में लगभग 9 में से 1 व्यक्ति में कोई संक्रमण पाया जा रहा है।
यह दर सिर्फ आंकड़ा नहीं– यह चेतावनी है कि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर गहरा असर पड़ रहा है।
इस आर्टिकल में जानिए– कौनसे संक्रमण हैं सबसे ज्यादा, क्या है कारण और कैसे आप खुद-और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।


1 में से 9 लोगों में हुआ वायरस या बैक्टीरिया का पता

हाल ही में ICMR-सहायक प्रयोगशालाओं के नेटवर्क ने 4.5 लाख से ज़्यादा मरीजों के नमूने जांचे। इसके परिणाम ने चिंता बढ़ा दी हैं:

  • कुल 4,50,000+ नमूने सैंपल = 11.1% लोग सकारात्मक पाए गए। The Week+1

  • जनवरी-मार्च 2025 में संक्रमण दर 10.7% थी, अप्रैल-जून में यह बढ़कर 11.5% हो गई। The Week+1

  • सबसे अधिक पाए गए कीटाणु:

    • Influenza A (सर्वाधिक ARI/SARI केस में)

    • Dengue वाइरस (बुखार/हीमोरैजिक फीवर में)

    • Hepatitis A (जॉन्डिस के मामलों में)

    • Norovirus (डायरिया आउटब्रेक में)

    • Herpes Simplex वाइरस (एएएस –मुंशी मस्तिष्कशोच के मामलों में) Business Standard

  • इन बढ़ती दरों को विशेषज्ञ चेतावनी मान रहे हैं कि यह सिर्फ मौसमी नहीं, बल्कि नए उभरते संक्रमणों का संकेत भी हो सकते हैं।

क्यों हो रहा है यह हालात?

  • जनसंख्या घनत्व: भारत में भीड़-भाड़ व सार्वजनिक स्थानों पर संक्रमण तेजी से फैलते हैं।

  • प्रदूषण-वातावरण: कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली प्रदूषणों के कारण और अधिक प्रभावित हो जाती है।

  • निजी-सुविधाओं की कमी: ग्रामीण व शहरी सीमांत इलाकों में संक्रमण नियंत्रण व स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा कम।

  • नए संक्रमण व उभरते वायरस: जैसे Norovirus व अन्य वायरल एन्केफलाइटिस संबंधी केस बढ़ रहे हैं। India Today+1

क्या करें – खुद को कैसे रखें सुरक्षित

  • टीकाकरण करें: फ्लू, हेपेटाइटिस, शिंगल्स जैसे संक्रमणों के लिए समय पर वैक्सीन लेना बहुत जरूरी।

  • स्वच्छता सुनिश्चित करें: बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें और संक्रमित लोगों से दूरी बनाएं।

  • प्रदूषण से बचाव: धूल-धुँए वाले क्षेत्र से बचें; घर में एयर-प्यूरिफायर या पौधे रखें।

  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: पर्याप्त नींद, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम – यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।

  • संक्रमण के लक्षणों को हल्के में न लें: बुखार, डायरिया, जोड़ों में दर्द या नींद की कमी जैसे लक्षण दिखें तो जल्द मेडिकल सलाह लें।

निष्कर्ष

यह अध्ययन सिर्फ अँकड़े नहीं हैं — यह एक जाग्रुकता की घंटी है। भारत में बढ़ते संक्रमणों का मतलब यह है कि हमें अपने स्वास्थ्य और जीवनशैली पर दोबारा ध्यान देना होगा।
अब वक्त है कि हम सामान्य समझकर छोड़ी हुई चीजों पर भी नजर रखें – पौष्टिक भोजन, स्वच्छ वातावरण, समय पर टीकाकरण और सतर्कता।
तैयार रहें, सचेत रहें और अपनी व अपने परिवार की रक्षा करें।

FAQ

Q1: क्या 11% संक्रमण दर भी गंभीर है?
A: हाँ — हालांकि यह 10% से थोड़ा बढ़ी है, लेकिन यह संकेत है कि संक्रमण का प्रसार बदला है और नए प्रकार उभर सकते हैं, इसलिए इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

Q2: कौन-से संक्रमण सबसे ज्यादा मिल रहे हैं?
A: इस सर्वे में खासतौर पर Influenza A, Dengue, Hepatitis A, Norovirus और Herpes Simplex Virus प्रमुख पाए गए हैं।

Q3: क्या यह जानकारी सभी के लिए चेतावनी है?
A: हाँ — विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पुरानी बीमारी वाले लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।


अस्वीकरण: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया अपने चिकित्सक या हेल्थ-केयर प्रोफेशनल से सलाह लें।

PRAGATI DIXIT
Author: PRAGATI DIXIT

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