पाक-अफगान तनाव: राशिद खान ने पाकिस्तान को लताड़ा, ACB के फैसले का किया समर्थन

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर जारी तनाव ने एक दर्दनाक रूप ले लिया है। शुक्रवार को पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक में पक्तिका प्रांत के उरगुन जिले में तीन युवा क्रिकेटरों—कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून—की मौत हो गई, जो एक मैत्रीपूर्ण मैच खेलकर लौट रहे थे। इस हमले में पांच अन्य नागरिक भी शहीद हुए, जबकि सात घायल हो गए। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इसे ‘कायरतापूर्ण हमला’ बताते हुए नवंबर में पाकिस्तान-सहित त्रिकोणीय टी20 सीरीज से हटने का ऐलान किया। इस फैसले को अफगान कप्तान राशिद खान ने खुलकर समर्थन दिया, जबकि पाकिस्तानी तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी और गुलबदीन नईब ने भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया। यह घटना न केवल सीमा विवाद को भड़का रही है, बल्कि क्रिकेट जैसे खेल को भी राजनीति के चपेट में ले रही है, जहां अफगान खिलाड़ी राष्ट्रीय सम्मान को प्राथमिकता दे रहे हैं।
राशिद खान का भावुक पोस्ट
अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर और टी20 कप्तान राशिद खान ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा कर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने लिखा, “मैं हाल के पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की मौत पर गहरा दुखी हूं। यह त्रासदी महिलाओं, बच्चों और उन युवा क्रिकेटरों की जान ले गई, जो विश्व मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देख रहे थे।” राशिद ने आगे कहा कि नागरिकों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना ‘पूरी तरह अनैतिक और बर्बर’ है। उन्होंने इसे ‘मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन’ करार देते हुए जोर दिया कि ऐसी कार्रवाइयों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राशिद ने ACB के सीरीज से हटने के फैसले का स्वागत किया और कहा, “कठिन समय में मैं अपने लोगों के साथ हूं। हमारी राष्ट्रीय गरिमा पहले आनी चाहिए।” यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जहां अफगान फैंस ने #JusticeForPaktika ट्रेंड चला दिया।
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ACB का ऐलान और वैश्विक प्रतिक्रिया: क्रिकेट पर सियासत का साया
ACB ने बयान जारी कर कहा कि ये क्रिकेटर शाराना में एक फ्रेंडली मैच खेलने गए थे, और लौटते समय सभा के दौरान निशाना बने। बोर्ड ने इसे ‘खेल समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति’ बताया और सीरीज से हटने को ‘पीड़ितों के सम्मान’ में कदम कहा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अभी चुप्पी साध रखी है, लेकिन पूर्व खिलाड़ी और दर्शक ICC से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। यह घटना 48 घंटे के युद्धविराम का उल्लंघन है, जो तालिबान और पाकिस्तान के बीच हाल की झड़पों के बाद हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दक्षिण एशिया में क्रिकेट संबंधों पर लंबे समय तक असर पड़ेगा, खासकर जब अफगानिस्तान ने हाल ही में एशिया कप में पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दी थी।



