
महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी भाषा को लेकर गहराते विवाद का असर अब बिहार तक पहुंच गया है। पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने इस मामले में राज ठाकरे और उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) पर सीधा निशाना साधा है।
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पप्पू यादव ने तीखे शब्दों में कहा,
“राज ठाकरे के लोग महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमला कर रहे हैं। मैंने उसे खुला चैलेंज दिया है — अपनी ये गुंडागर्दी बंद करे, वरना मैं मुंबई आकर उसकी सारी हेकड़ी निकाल दूंगा!”
पप्पू यादव ने आगे कहा कि उन्हें देश के हर राज्य की क्षेत्रीय संस्कृति का सम्मान है, लेकिन इसके नाम पर अगर बिहारियों को निशाना बनाया गया, तो वह चुप नहीं बैठेंगे।
“हर प्रदेश की पहचान की इज्जत जरूरी है, लेकिन बिहार के लोगों को पीटने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। अगर ऐसा हुआ, तो हम उसकी चूलें हिला देंगे!” — उन्होंने कहा।
“उद्धव ठाकरे का नाम गलती से लिया, उनके लिए सम्मान है”
प्रेस वार्ता के दौरान पप्पू यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने गलती से उद्धव ठाकरे का नाम लिया, जबकि उनका इशारा राज ठाकरे की ओर था।
“मैं उद्धव ठाकरे का दिल से सम्मान करता हूं। मेरा विरोध सिर्फ और सिर्फ राज ठाकरे की राजनीति और उनकी पार्टी की हिंसात्मक हरकतों से है।” — उन्होंने सफाई दी।
महाराष्ट्र में भाषा पर तनाव क्यों?
हाल ही में महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा एक गुजराती व्यक्ति की कथित पिटाई का मामला सामने आया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भाषा के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस छिड़ गई है।
ये भी पढ़ें: धर्मशाला में दलाई लामा के 90वें जन्मोत्सव के लिए विशेष चीनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा मैक्लोडगंज