Rajya Sabha: राज्यसभा से 6 सांसदों की विदाई, एक सांसद की वापसी तय
राज्यसभा के मॉनसून सत्र 2025 में 6 सांसदों की विदाई, पी. विल्सन दोबारा चुने गए। सांसदों के योगदान की उपसभापति और नड्डा ने की सराहना।

Rajya Sabha: राज्यसभा के मॉनसून सत्र 2025 के दौरान गुरुवार को 6 सांसदों को भावभीनी विदाई दी गई, जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इस अवसर पर उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने सभापति की अनुपस्थिति में कार्यक्रम की जानकारी दी और सभी सांसदों के योगदान की सराहना की। खास बात यह है कि इनमें से एक सांसद, अन्नाद्रमुक के पी. विल्सन, अपने दूसरे कार्यकाल के लिए संसद में वापसी कर रहे हैं।
6 सांसदों का कार्यकाल समाप्त, विदाई समारोह में सराहना
उपसभापति हरिवंश ने बताया कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के एम मोहम्मद अब्दुल्ला और एन षणमुगम, अन्नाद्रमुक के एम चंद्रशेखरन और पी विल्सन, पट्टाली मक्कल कच्ची (पीएमके) के डॉ अंबुमणि रामदॉस, और एमडीएमके के वाइको का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा इन सांसदों ने राज्यसभा में चर्चाओं, बहसों और बैठकों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सक्रियता और विचारों ने सदन को समृद्ध किया। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
उपसभापति ने सभी सांसदों के कार्यों की तारीफ की और उनके बेहतर स्वास्थ्य और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि पी विल्सन को दोबारा राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया है, जो सदन में उनकी वापसी को दर्शाता है।
जेपी नड्डा ने सांसदों के योगदान को सराहा
सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने विदाई समारोह में कहा कि लोकतंत्र में मतभेद और चर्चाएं स्वाभाविक हैं। उन्होंने कहा, “इन सांसदों ने सामाजिक, कानूनी और समसामयिक मुद्दों पर उच्च स्तरीय बहस की। खासकर वाइको ने जिस उत्साह से मछुआरों का मुद्दा उठाया, वह उनकी ऊर्जा को दर्शाता है।” नड्डा ने सभी सांसदों के योगदान को यादगार बताया और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
सामाजिक न्याय के मुद्दों पर सांसदों का योगदान
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा कि सेवानिवृत्त हो रहे सांसदों ने सामाजिक न्याय से संबंधित मुद्दों को दृढ़ता से संसद में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा इन सांसदों ने समाज के कमजोर वर्गों की आवाज को सदन में बुलंद किया। मैं उनके बेहतर भविष्य की कामना करता हूं।
मॉनसून सत्र और जगदीप धनखड़ का इस्तीफा
मॉनसून सत्र 2025 के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने राज्यसभा को चर्चा में ला दिया। उनके इस्तीफे के बाद उपसभापति हरिवंश ने विदाई समारोह की जिम्मेदारी संभाली। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो रही है, जिसमें सांसदों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।