चाईबासा:विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए), चाईबासा द्वारा टाटा स्टील मल्टी स्किल ट्रेनिंग सेंटर में पर्यावरण साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष डीएलएसए, श्री मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
शिविर में प्रशिक्षु विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति सजग करने और प्रकृति संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया। डीएलएसए के सचिव श्री रवि चौधरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “पृथ्वी हमारा साझा घर है और इसके संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए, जलाशयों को प्रदूषण से बचाना चाहिए तथा प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए।”
उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों पर भी प्रकाश डालते हुए बताया कि यह न केवल पर्यावरण बल्कि जीव-जंतुओं के लिए भी घातक है। साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका और आमजन के अधिकारों की जानकारी भी दी।
डीएलएसए सदस्य विकास दोदराजका ने पर्यावरण सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सतत विकास के लिए प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। पीएलवी संजय निषाद ने पर्यावरण से संबंधित कानूनी अधिकारों और संरक्षण के प्रावधानों की जानकारी दी तथा उपस्थित प्रतिभागियों के बीच विधिक पुस्तिकाओं और पर्चियों का वितरण किया।
कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने सामूहिक रूप से पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। इस अवसर पर टाटा स्टील मल्टी स्किल ट्रेनिंग सेंटर के शंखनील बसु सहित संस्थान के प्रशिक्षक, प्रशिक्षु और प्राधिकार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता का वाहक बना, बल्कि युवाओं में प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व की भावना भी विकसित करने में सफल रहा।