Bihar SIR Update: सुप्रीम कोर्ट में SIR पर सुनवाई, 30 सितंबर को आएगी अंतिम वोटर लिस्ट
बिहार में विशेष गहन संशोधन पर विवाद, RJD और अन्य पार्टियों ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।

Bihar SIR Update: बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। कई राजनीतिक दलों ने इलेक्शन कमीशन के इस फैसले को चुनौती दी है। यह मामला 7 सितंबर 2025 को चर्चा में आया। इलेक्शन कमीशन ने 30 सितंबर 2025 तक अंतिम वोटर लिस्ट तैयार करने का लक्ष्य रखा है। इस मुद्दे ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं कि यह मामला क्या है,
क्या है SIR का विवाद?
इलेक्शन कमीशन ने बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) शुरू किया, जिसके तहत वोटर लिस्ट को अपडेट किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में 65 लाख से ज्यादा वोटरों से दस्तावेज मांगे गए हैं। कई राजनीतिक दल, खासकर विपक्षी पार्टियां, इसे जल्दबाजी में लिया गया फैसला बता रही हैं। उनका दावा है कि इससे गरीब और अशिक्षित वोटरों को परेशानी हो रही है। सुप्रीम कोर्ट में इन दलों ने इस प्रक्रिया को चुनौती दी है,
क्यों और कब उठा यह मुद्दा?
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले SIR को लेकर विवाद शुरू हुआ। विपक्षी दलों का कहना है कि इलेक्शन कमीशन ने बिना ठोस कारण या अध्ययन के यह प्रक्रिया शुरू की। यह मुद्दा 7 सितंबर 2025 को तब चर्चा में आया, जब सुप्रीम कोर्ट में RJD और अन्य दलों ने याचिका दायर की। RTI के जवाब में कमीशन ने माना कि SIR के लिए कोई स्वतंत्र आकलन नहीं हुआ, जिससे विवाद और गहरा गया। इसकी वजह से वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं।
कहां असर डालेगा, कैसे सुलझेगा और कौन हैं शामिल?
यह मामला बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद 30 सितंबर 2025 को अंतिम वोटर लिस्ट जारी होगी। कोर्ट ने कमीशन से जवाब मांगा है कि SIR का फैसला कैसे लिया गया। इसमें RJD, कांग्रेस, इलेक्शन कमीशन, और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल हैं। अगर आप बिहार के मतदाता हैं, तो अपनी वोटर ID की स्थिति जांचें और इस मामले पर नजर रखें।