धार्मिक

On Good Friday, the patience, sacrifice, and martyrdom of Jesus Christ :क्रूस यात्रा और मिस्सा पूजा के जरिए रोमन कैथोलिक ईसाइयों ने शांति, क्षमा और मानवता का दिया संदेश

चाईबासा: पवित्र गुड फ्राइडे के अवसर पर शुक्रवार को चाईबासा में रोमन कैथोलिक ईसाइयों ने भक्ति और श्रद्धा के साथ ईसा मसीह के बलिदान को याद किया। संत जेवियर्स स्कूल मैदान में आयोजित विशेष प्रार्थना और क्रूस यात्रा कार्यक्रम में ईसाइयों की बड़ी संख्या में भागीदारी देखी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत ईसा मसीह के जीवन के अंतिम क्षणों को दर्शाती ‘क्रूस रास्ता’ (Way of the Cross) झांकियों से हुई। यह झांकियाँ यहूदियों द्वारा ईसा को दी गई यातनाओं और सूली पर चढ़ाए जाने की घटनाओं को केंद्र में रखकर प्रस्तुत की गई थीं। चौदह स्थानों की इस प्रतीकात्मक यात्रा में प्रत्येक पड़ाव पर प्रार्थना और ध्यान के माध्यम से ईसा के धैर्य और प्रेम को याद किया गया।
प्रार्थना सभा के दौरान रोमन कैथोलिक चर्च से जुड़ी विभिन्न इकाइयों के विश्वासियों ने जीवन में पापों से दूर रहने, क्षमा और शांति के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। श्रद्धालुओं ने कहा कि हमारे जीवन में अनजाने में हुई गलतियों से रिश्तों में खटास आती है, लेकिन ईसा मसीह के बलिदान से प्रेरणा लेकर हम अपने जीवन को सकारात्मकता की ओर मोड़ सकते हैं।

भक्ति गीतों ने रचा आध्यात्मिक वातावरण
क्रूस रास्ता के दौरान चर्च के कोयर दल — संजीव कुमार बलमुचू, अमातुस तोपनो, सुनीता हेम्ब्रम गागराई, रोयलेन तोपनो और रोबिन बलमुचू — के नेतृत्व में प्रस्तुत किए गए भावपूर्ण भक्ति गीतों ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। उपस्थित श्रद्धालु गीतों के माध्यम से ईसा मसीह के कष्टों को आत्मसात करते नजर आए।
चर्च में मिस्सा पूजा के साथ हुआ आध्यात्मिक समर्पण
क्रूस यात्रा के बाद मिस्सा पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें पल्ली पुरोहित निकोलस केरकेट्टा ने मुख्य अनुष्ठाता के रूप में भाग लिया। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि ईसा मसीह ने मानव जाति के पापों के प्रायश्चित के लिए स्वयं को बलिदान किया। उन्होंने उपस्थित विश्वासियों से आग्रह किया कि वे जीवन में क्रोध, द्वेष, ईर्ष्या, अहंकार और हिंसा जैसी बुराइयों को त्याग कर शांति, प्रेम और क्षमा के मार्ग पर चलें।

श्रद्धा और एकता की मिसाल बना आयोजन
इस अवसर पर फादर यूजिन एक्का, फादर अगस्टिन कुल्लु, फादर रंजीत, सिस्टर नीलिमा, सिस्टर ज्योत्स्ना, ब्रदर अनिल, और बड़ी संख्या में चर्च के कार्यकर्ता व ईसाई समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे।
आशीष बिरुवा, किशोर तामसोय, लियोनार्ड तोपनो, प्रहलाद बलमुचू, सिरिल सुंबरुई, सालुका देवगम, जेवियर देवगम, पुष्पा डाहंगा सहित महिला-पुरुष, युवा और बच्चे इस आयोजन में बड़ी श्रद्धा के साथ शामिल हुए।
गुड फ्राइडे के इस अवसर पर चाईबासा में आस्था, भक्ति और ईसा मसीह के प्रति समर्पण का अनुपम दृश्य देखने को मिला, जिसने हर दिल को छू लिया और आत्मचिंतन के लिए प्रेरित किया।

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