
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के पास अब कोई नया विचार नहीं है और युवाओं को रोजगार की बजाय केवल “जुमले” मिल रहे हैं।
राहुल गांधी ने संसद के मानसून सत्र के दौरान कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय से पूछे गए लिखित प्रश्न और उसके उत्तर की प्रति साझा करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “एक लाख करोड़ रुपये का जुमला – सीजन 2। 11 साल बाद भी मोदी जी के वही पुराने जुमले, वही रटे-रटाए आंकड़े।”
10 हजार से कम इंटर्नशिप का दावा
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पिछले वर्ष एक लाख करोड़ रुपये से एक करोड़ इंटर्नशिप का वादा किया गया था, जबकि इस वर्ष फिर एक लाख करोड़ रुपये की नौकरी योजना का ऐलान किया गया है।
उन्होंने कहा, “सच यह है कि संसद में मेरे सवाल के जवाब में सरकार ने माना कि 10 हजार से भी कम इंटर्नशिप हुईं। मेहनताना इतना कम था कि 90% युवाओं ने ऑफर ठुकरा दिया।” राहुल का कहना है कि मोदी सरकार के पास अब कोई नया आइडिया नहीं है और यह सरकार सिर्फ युवाओं को “जुमले” ही दे रही है।
लाल किले से हुई ‘विकसित भारत योजना’ की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना की शुरुआत की घोषणा की।
इस योजना के तहत —
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निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
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इसके लिए ₹1 लाख करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
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लगभग 3.5 करोड़ युवाओं को इस योजना का लाभ मिलने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने कहा,”आज से देश के युवाओं के लिए प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना ₹1 लाख करोड़ के पैकेज के साथ लागू हो रही है।”
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