BCCI टाइटल स्पॉन्सरशिप से Dream11 बाहर, नए प्रायोजक की तलाश शुरू

केंद्र सरकार के हालिया फैसले का असर अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की टाइटल स्पॉन्सरशिप पर भी दिखने लगा है। ऑनलाइन गेमिंग कंपनी ड्रीम11 ने बोर्ड के साथ अपना करार खत्म कर दिया है। ऐसे में अब BCCI 2025 से 2028 तक के लिए एक नए मुख्य प्रायोजक की तलाश में जुट गया है। बोर्ड को उम्मीद है कि नया स्पॉन्सरशिप करार करीब 450 करोड़ रुपये का हो सकता है।
BCCI को उम्मीद है कि 9 सितंबर से शुरू हो रहे एशिया कप 2025 तक नया प्रायोजक मिलना मुश्किल है। हालांकि, बोर्ड को भरोसा है कि 30 सितंबर से शुरू होने वाले महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 तक नया करार पक्का कर लिया जाएगा।
ड्रीम11 का करार क्यों टूटा?
दरअसल, संसद में हाल ही में पारित ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और रेगुलेशन) विधेयक 2025 के बाद ड्रीम11 और BCCI ने आपसी सहमति से संबंध खत्म कर दिए। यह विधेयक असली पैसे वाले ऑनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगाता है और इनके विज्ञापन पर भी रोक लगाता है। यही वजह है कि अब क्रिकेट बोर्ड को नया प्रायोजक तलाशना पड़ रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, BCCI नए करार में हर घरेलू द्विपक्षीय मैच के लिए 3.5 करोड़ रुपये और ACC व ICC टूर्नामेंट्स के मैचों के लिए 1.5 करोड़ रुपये तक की रकम चाहता है। इससे पहले ड्रीम11 के साथ यह करार 358 करोड़ रुपये का था, जिसमें घरेलू मैचों के लिए 3 करोड़ और विदेशी मैचों के लिए 1 करोड़ रुपये प्रति मैच की शर्त थी। इस लिहाज से नया करार पहले से बड़ा माना जा रहा है।
BCCI ने ड्रीम11 पर नहीं लगाया जुर्माना
BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने हाल ही में स्पष्ट किया कि ड्रीम11 पर किसी भी तरह का जुर्माना नहीं लगाया जाएगा। उनका कहना था कि अनुबंध समय से पहले खत्म हुआ है, लेकिन इसमें कंपनी की कोई गलती नहीं है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में BCCI ऐसे संगठनों के साथ अनुबंध करने से बचेगा, जो सरकारी नीतियों के खिलाफ हों।
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