
डेस्क: नई दिल्ली में शुक्रवार को आयोजित एनडीटीवी वर्ल्ड समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की बदलती छवि पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश अब आतंकवादी घटनाओं पर मौन नहीं साधता, बल्कि तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करता है। पीएम ने सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसे उदाहरणों का जिक्र करते हुए बताया कि वैश्विक पटल पर भारत की सैन्य क्षमता अब किसी से छिपी नहीं। यह बयान भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल की तनावपूर्ण स्थितियों के बीच आया है, जहां भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति ने क्षेत्रीय शांति को मजबूत किया है।
आतंकवाद पर ‘नो मर्सी’: स्ट्राइक्स से दुनिया को संदेश
पीएम मोदी ने कहा, “पहले हमले होने पर चुप्पी साध ली जाती थी, लेकिन अब भारत तुरंत जवाब देता है। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक ने दुनिया को दिखा दिया कि हमारी ताकत क्या है।” उन्होंने जोर देकर बताया कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाइयों ने न केवल आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत की संकल्पशक्ति का एहसास कराया। विशेषज्ञों के अनुसार, इन अभियानों ने भारत की सैन्य रणनीति को आधुनिक बनाया है, जिसमें ड्रोन टेक्नोलॉजी और इंटेलिजेंस की भूमिका बढ़ी है। पीएम ने कहा कि यह बदलाव पिछले एक दशक की नीतियों का नतीजा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देती हैं।
रुकना-पड़ना भूल गया भारत: टॉप 5 इकोनॉमी से आत्मनिर्भरता की उड़ान
प्रधानमंत्री ने आत्मविश्वास से भरे लहजे में कहा, “भारत अब रुकने के मूड में बिल्कुल नहीं है। 140 करोड़ देशवासी पूरे जोश के साथ प्रगति की राह पर अग्रसर हैं।” उन्होंने पिछले 11 वर्षों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि पहले भारत को कमजोर अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणी में रखा जाता था, लेकिन आज यह दुनिया की शीर्ष पांच इकोनॉमीज में शुमार है। “चिप्स से लेकर शिप्स तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत आत्मविश्वास का प्रतीक बन चुका है,” पीएम ने कहा। हाल के आंकड़ों के मुताबिक, भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 7% से ऊपर बना हुआ है, जो वैश्विक औसत से कहीं अधिक है। इस दौरान, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं ने निर्यात को दोगुना कर दिया है।
कोविड चुनौती से वैक्सीन विजय: सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था का राज
कोविड महामारी के काले दौर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब दुनिया जीवन-मृत्यु के द्वंद्व में फंसी थी, तब भारत पर संकट के बादल मंडरा रहे थे। लेकिन हमने न केवल अपनी वैक्सीन को रिकॉर्ड समय में विकसित किया, बल्कि दुनिया को भी सप्लाई की।” उन्होंने बताया कि भारत ने 200 करोड़ से अधिक डोज लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया, जो वैश्विक टीकाकरण अभियान का बड़ा हिस्सा था। इस सफलता ने भारत को सबसे तेजी से उबरने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया। पीएम ने जोड़ा कि यह आत्मविश्वास ही है जो आज भारत को ‘अनस्टॉपेबल’ बनाता है। आंकड़ों से पुष्टि होती है कि 2025 में भारत का फॉरेन इनवेस्टमेंट 100 बिलियन डॉलर को पार कर चुका है, जो पूर्वानुमानों से 20% अधिक है।
स्पीड ब्रेकर्स को चुनौती: नागरिकों से आह्वान, मिलकर नई ऊंचाइयां छुएं
पीएम ने वैश्विक चुनौतियों—जैसे युद्धों और आर्थिक मंदी—का जिक्र करते हुए कहा, “दुनिया में स्पीड ब्रेकर और रोडब्लॉक्स हैं, लेकिन भारत की गति थमने वाली नहीं। युद्ध की खबरों के बीच भी हम आगे बढ़ते रहे।” उन्होंने हर भारतीय से अपील की कि वे इस यात्रा में सक्रिय भागीदार बनें, ताकि देश नई ऊंचाइयों को छू सके। यह संदेश युवा उद्यमियों और स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रेरित करने वाला है, जहां भारत अब ग्लोबल इनोवेशन हब बन चुका है। पीएम का यह संबोधन न केवल घरेलू उत्साह बढ़ाएगा, बल्कि विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित करेगा।
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