पटना-नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने राज्य में प्रशासनिक अराजकता का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य सचिव (CS) और पुलिस महानिदेशक (DGP) जैसे अहम पद अब केवल दिखावटी बनकर रह गए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से विफल हो चुका है। मुख्य सचिव और डीजीपी को अब यात्रा और समीक्षा बैठकों में बुलाया तक नहीं जाता। अगर बुलाया भी जाता है, तो उन्हें वरीयता न देकर एक कोने में बैठा दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने इन पदों को भी सजावटी बना दिया है।”
रिटायर्ड अधिकारियों पर नियंत्रण का आरोप:
उन्होंने कहा, “रिटायर्ड आईएएस अधिकारी 90% काबिल अधिकारियों को दरकिनार कर पुलिस और सरकार चला रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि सरकार पूरी तरह बेसुध हो चुकी है। बेलगाम अफसरशाही के चलते मंत्री और विधायक भी कठपुतली बनकर रह गए हैं।”
‘डीके टैक्स’ का मुद्दा:
तेजस्वी यादव ने सरकार पर ‘डीके टैक्स’ वसूली का आरोप लगाते हुए कहा, “बिहार में ‘डीके टैक्स’ के बिना कोई काम नहीं हो सकता। यह वसूली गैंग पूरी तरह से सक्रिय है और राज्य की जनता इससे त्रस्त है। सरकार इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।”
संदर्भ:
तेजस्वी यादव के इन आरोपों से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। उन्होंने सरकार की प्रशासनिक कमजोरी और अफसरशाही पर पकड़ खोने का मुद्दा उठाया है। इस बयान के बाद सरकार और विपक्ष के बीच टकराव और बढ़ने की संभावना है।