जैसे-जैसे सर्दियां दस्तक देती हैं, वैसे-वैसे जोड़ों के दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या फिर से सिर उठाने लगती है।
ठंडी हवाओं के साथ लौट आता है जोड़ों का दर्द! जानिए कैसे योग, आयुर्वेदिक तेल और घरेलू नुस्खों से स्वामी रामदेव के बताए तरीके आपको दे सकते हैं दर्द से राहत और शरीर में फिर से नई लचक।
डेस्क: जैसे-जैसे सर्दियां दस्तक देती हैं, वैसे-वैसे जोड़ों के दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या फिर से सिर उठाने लगती है। खासकर आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए यह मौसम किसी चुनौती से कम नहीं होता। ठंडे तापमान में शरीर की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और ब्लड सर्कुलेशन घटने से जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में योगगुरु स्वामी रामदेव ने अपने आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपायों के ज़रिए इस दर्द से राहत पाने के कई आसान तरीके बताए हैं — जो न केवल शरीर को लचीला बनाते हैं, बल्कि दवाओं पर निर्भरता भी कम करते हैं।
स्वामी रामदेव के योगासन जो जोड़ों के दर्द में कारगर हैं
1. सूर्य नमस्कार
यह पूरे शरीर का व्यायाम है जो रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और जोड़ों की जकड़न कम करता है।
2. गोमुखासन
हाथ, घुटने और कंधों के दर्द के लिए बेहद लाभकारी है।
3. मंडूकासन
यह योगासन घुटनों के दर्द को कम करने और लचीलापन बढ़ाने में मदद करता है।
4. त्रिकोणासन
रीढ़ और पैरों के जोड़ों को सक्रिय रखता है और दर्द में आराम देता है।
5. प्राणायाम (Anulom Vilom, Bhastrika, Kapalbhati):
ये श्वास अभ्यास शरीर में ऑक्सीजन प्रवाह बढ़ाकर सूजन और दर्द को प्राकृतिक रूप से घटाते हैं।
स्वामी रामदेव कहते हैं —
“योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर की प्राकृतिक हीलिंग प्रक्रिया को सक्रिय करने का माध्यम है। नियमित योग करने से दवाओं पर निर्भरता घटती है और जोड़ों में नई ऊर्जा आती है।”
आर्थराइटिस दर्द से राहत के आयुर्वेदिक उपाय
1. अश्वगंधा और शिलाजीत:
ये दोनों आयुर्वेदिक औषधियां शरीर की सूजन को घटाती हैं और जोड़ों को मज़बूत बनाती हैं।
2. अदरक और हल्दी का दूध:
हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है जो दर्द कम करता है।
3. लहसुन तेल या सरसों तेल से मालिश:
गर्म तेल से मालिश करने पर रक्त संचार बढ़ता है और अकड़न कम होती है।
4. आंवला और त्रिफला का सेवन:
ये शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं और हड्डियों को पोषण देते हैं।
सर्दियों में इन बातों का रखें खास ध्यान
- सुबह-सुबह ठंडे फर्श पर न बैठें या चलें।
- गुनगुने पानी से स्नान करें और शरीर को गर्म कपड़ों से ढकें।
- दिन में कम से कम 20 मिनट धूप जरूर लें।
- आहार में कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर चीज़ें शामिल करें — जैसे दूध, तिल, मूंगफली, और सोया उत्पाद।
- ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में बैठने से बचें।
डॉक्टर की राय:
डॉ. मनोज गुप्ता (ऑर्थोपेडिक सर्जन, दिल्ली) का कहना है —“सर्दियों में जोड़ों का दर्द बढ़ना आम है, लेकिन सही व्यायाम और खानपान से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। स्वामी रामदेव के योगासन शरीर को सक्रिय रखते हैं और दवा की ज़रूरत को काफी हद तक कम कर देते हैं।”
निष्कर्ष:
सर्दी के मौसम में जोड़ों का दर्द बढ़ना भले ही सामान्य लगे, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना गलत है। स्वामी रामदेव के योग, प्राणायाम और आयुर्वेदिक उपाय जोड़ों को प्राकृतिक रूप से मज़बूत बनाते हैं और जीवन में फिर से लचीलापन लौटाते हैं। याद रखें — “हर सुबह की धूप और हर श्वास की लय में छुपा है दर्द से मुक्ति का उपाय।”



