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पाक-अफगान तनाव: एयर स्ट्राइक में तीन क्रिकेटर की मौत

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर जारी तनाव ने एक नया खतरनाक मोड़ ले लिया है। शुक्रवार को 48 घंटे के युद्धविराम की घोषणा के महज कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तानी वायुसेना ने अफगानिस्तान के दक्षिण-पूर्वी पक्तिका प्रांत पर हवाई हमले किए, जिसमें तीन उभरते क्रिकेटरों समेत आठ नागरिक मारे गए। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस ‘कायरतापूर्ण हमले’ की कड़ी निंदा की है और नवंबर में होने वाली पाकिस्तान-सहित त्रिकोणीय टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज से नाम वापस ले लिया। यह घटना न केवल सीमा विवाद को और भड़का रही है, बल्कि खेल जगत को भी गहरे सदमे में डाल दिया है, जहां क्रिकेट को शांति का माध्यम माना जाता रहा है।

क्रिकेटर सभा पर निशाना, युद्धविराम का उल्लंघन

पाकिस्तानी सेना ने उर्गुन और बरमल जिलों के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जहां स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज के अनुसार, कई नागरिकों की जानें गईं। ACB की पुष्टि के मुताबिक, उर्गुन जिले के तीन क्रिकेटर—कबीर (कभीर आगा), सिबगतुल्लाह और हारून—एक दोस्ताना मैच खेलने के बाद शाराना (पक्तिका की राजधानी) से लौटे थे। घर पहुंचकर एक सभा के दौरान उन्हें निशाना बनाया गया। कबीर एक आक्रामक बल्लेबाज थे, जिन्हें 2026 के अंडर-23 प्रांतीय कैंप के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाना था, जबकि सिबगतुल्लाह मध्यम गति के गेंदबाज थे। हारून भी उर्गुन वॉरियर्स क्लब के सक्रिय सदस्य थे। इस हमले में पांच अन्य नागरिक भी शहीद हुए, जबकि सात घायल हो गए। अफगान मीडिया के अनुसार, यह हमला युद्धविराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है, जो दोनों देशों के बीच कई दिनों की सीमा झड़पों के बाद हुआ था।

‘खेल समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति’

एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जारी बयान में ACB ने कहा, “अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पक्तिका प्रांत के उर्गुन जिले के बहादुर क्रिकेटरों की दुखद शहादत पर गहरा शोक व्यक्त करता है, जिन्हें आज शाम पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में निशाना बनाया गया।” बोर्ड ने इसे अफगान खेल समुदाय के लिए ‘बड़ी क्षति’ बताया और शहीद परिवारों व पक्तिका के लोगों के प्रति संवेदना जताई। अफगान कप्तान राशिद खान ने भी हमले की निंदा की, जबकि मोहम्मद नबी ने कहा, “यह घटना न केवल पक्तिका के लिए, बल्कि पूरे अफगान क्रिकेट परिवार और राष्ट्र के लिए त्रासदी है।” अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर फजलहक फारूकी ने इसे ‘नृशंस अपराध’ करार दिया। ACB ने स्पष्ट किया कि ये खिलाड़ी क्लब स्तर के थे, जो स्थानीय टूर्नामेंटों में सक्रिय थे।

 पाक के साथ खेल संबंधों पर संकट

इस घटना के जवाब में ACB ने नवंबर के अंत में प्रस्तावित त्रिकोणीय टी20 सीरीज—जिसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल थे—से हटने की घोषणा की। बोर्ड ने कहा, “पीड़ितों के सम्मान में हम इस सीरीज में भाग नहीं लेंगे।” यह फैसला हाल ही में एशिया कप 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैचों की याद दिलाता है, जहां क्रिकेट को राजनीति से अलग रखने की अपील की गई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) के लिए भी चुनौती है, जो खेल को तटस्थ रखने का दावा करता है। X पर वायरल पोस्ट्स में यूजर्स ने संयुक्त राष्ट्र और ICC से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, पाकिस्तान को ‘आतंकवाद का केंद्र’ बताते हुए।

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शांति प्रयासों पर सवाल

यह हमला पाक-अफगान संबंधों को और जटिल बनाता है, जहां तालिबान सरकार ने पहले ही पाकिस्तान पर घुसपैठ का आरोप लगाया था। अफगानिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जबकि पाकिस्तान ने इसे ‘आतंकवाद विरोधी अभियान’ बताया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर भारत, ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन पूर्व दूतों का कहना है कि यह घटना दक्षिण एशिया में खेल और कूटनीति के बीच संतुलन को प्रभावित करेगी। आने वाले दिनों में ICC और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, ताकि क्रिकेट जैसे खेल हिंसा का शिकार न बने।

Vaibhav tiwari
Author: Vaibhav tiwari

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