पूर्वी सिंहभूम: जिले के गुड़ाबांदा वन क्षेत्र से बाघिन जिन्नत चाकुलिया रेंज के नयाग्राम बेनसोल जंगल की ओर बढ़ गई है। ओड़िशा के वन विभाग द्वारा बाघिन का नाम जिन्नत रखा गया है। वन विभाग के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन लगातार उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।
जीपीएस से ट्रैकिंग जारी
फॉरेस्ट गार्ड अभिलाष महतो ने जानकारी दी कि बाघिन की स्थिति का लगातार जीपीएस ट्रैकर की मदद से पता लगाया जा रहा है। सोमवार सुबह गुड़ाबांदा रेंज से चाकुलिया रेंज में प्रवेश करते हुए बाघिन को स्वर्णरेखा नदी पार करते हुए देखा गया।
वर्तमान स्थिति:
बाघिन वर्तमान में श्यामसुंदरपुर थाना क्षेत्र के अपोजिट वन क्षेत्र में विचरण कर रही है। उसकी उम्र लगभग तीन वर्ष बताई जा रही है। ओड़िशा और झारखंड के वन विभागों की संयुक्त टीम लगातार निगरानी कर रही है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
स्थानीय लोगों में दहशत:
बाघिन के चाकुलिया रेंज में प्रवेश करने से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है। आसपास के गांवों में लोग सतर्क हैं, और हर जगह बाघिन जिन्नत की चर्चा हो रही है। वन विभाग ने ग्रामीणों से सावधानी बरतने और अकेले जंगल में न जाने की अपील की है।
वन विभाग की तैयारियां:
वन विभाग ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। गश्ती दलों को भी सतर्क कर दिया गया है, ताकि बाघिन की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सके। विभाग ने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
निष्कर्ष:
बाघिन जिन्नत का वन क्षेत्र में घूमना वन्यजीव संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन ग्रामीणों की सुरक्षा भी एक बड़ी चिंता है। वन विभाग की सतर्कता और निगरानी से स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।