
शनिवार दोपहर फर्रुखाबाद शहर के सेंट्रल जेल चौराहे के पास स्थित सन लाइब्रेरी सेल्फ स्टडी पॉइंट में बड़ा हादसा हो गया। कोचिंग सेंटर के गेट पर अचानक हुए भीषण धमाके में दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शनिवार दोपहर करीब तीन बजे जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके की ताकत इतनी ज्यादा थी कि कोचिंग सेंटर की दीवारें 50 मीटर तक उड़ गईं और मलबा पूरे इलाके में बिखर गया। धमाके से 500 मीटर के दायरे में स्थित मकान तक हिल गए।
हादसे में छात्र आकाश कश्यप (22) का शव घटनास्थल से करीब 50 मीटर दूर गड्ढे में मिला, जबकि दूसरा छात्र आकाश सक्सेना (24) का शव गेट के बाहर पड़ा मिला। दोनों छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।
मीथेन गैस विस्फोट या अवैध पटाखा भंडारण?
घटनास्थल पर बारूद जैसी गंध मिलने से अवैध पटाखा भंडारण की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि यह धमाका बेसमेंट में बने सीवर टैंक में मीथेन गैस के रिसाव और स्विच बोर्ड में हुई स्पार्किंग से हुआ हो सकता है।
दमकल विभाग के प्रभारी ने बताया कि सीवर टैंक में गैस जमा हो गई थी और चिंगारी लगते ही विस्फोट हुआ। वहीं, फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया है।
हादसे के बाद लखनऊ से एटीएस टीम मौके पर पहुंची और घायलों से बातचीत कर जानकारी जुटाई। इसके अलावा कन्नौज की विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। उन्होंने कहा कि मामले की तह तक जाने के लिए हर एंगल से जांच की जाएगी।
धमाके में जान गंवाने वाले आकाश सक्सेना पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे। उनके पिता लखनऊ में दरोगा हैं। बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां और भाई बेसुध हो गए। वहीं, आकाश कश्यप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मौत की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
विस्फोट की आवाज से पूरा इलाका दहल गया। आस-पास खड़ी बाइकें और साइकिलें हवा में उछलकर दूर जा गिरीं। लोग अब भी डर के माहौल में हैं।