“मरना कबूल है, लेकिन वापस नहीं जाऊंगा”: आरजेडी में वापसी की संभावना पर बोले तेज प्रताप यादव

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। तेज प्रताप ने साफ कहा कि वे किसी भी कीमत पर आरजेडी (राजद) में दोबारा नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहा, “हम मरना कबूल करेंगे, लेकिन वापस उस पार्टी में नहीं जाएंगे।” इस बयान के बाद माना जा रहा है कि आरजेडी में उनकी वापसी की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो गई हैं।
तेज प्रताप यादव ने अपने बयान में कहा कि वे किसी को अपना दुश्मन नहीं मानते और उनका लक्ष्य केवल बिहार के विकास के लिए काम करना है। उन्होंने कहा, “मैं क्या करूं… मुझे महुआ में कोई चुनौती नहीं है। हम सिर्फ जनता के मुद्दों पर बात करते हैं। बेरोजगारी, पलायन और अपराध से बिहार जूझ रहा है, यही हमारा एजेंडा है।”
पीएम मोदी और अखिलेश यादव पर प्रतिक्रिया
एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए तेज प्रताप ने कहा कि जनता का मूड 14 तारीख को साफ हो जाएगा। “कौन कहां जाएगा, यह जनता तय करेगी।” वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बिहार चुनाव में आने पर उन्होंने कहा, “हम खुद में ब्रांड हैं।”
महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने पर तेज प्रताप ने कहा, “जब तक हम आरजेडी में थे, हमने छोटे भाई को आशीर्वाद दिया। अब भी वही भावना है। जनता चाहती है तो वही मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन सुदर्शन चक्र चलाना हमारे बस की बात नहीं।” उन्होंने इशारों में यह भी कहा कि बिहार की जनता ही तय करेगी कि राज्य की बागडोर किसके हाथ में जाएगी।
इस बार तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल के टिकट पर महुआ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
वहीं, छोटे भाई तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से आरजेडी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
तेज प्रताप इससे पहले 2015 में महुआ से विधायक रह चुके हैं, जबकि वर्तमान में वे हसनपुर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ये भी पढ़ें: MBBS Seats In India 2025: भारत में एमबीबीएस सीटों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, पहुंचीं 1 लाख 37 हजार 600 तक



