स्वदेशी तकनीक से बना भारत का तीसरा बड़ा सर्वेक्षण पोत, कोच्चि में भारतीय नौसेना में हुआ शामिल।
INS इक्षक, देश का तीसरा और सबसे उन्नत स्वदेश निर्मित सर्वेक्षण पोत (Survey Vessel - Large) है, जिसका नाम संस्कृत शब्द ‘इक्षक’ से लिया गया है — जिसका अर्थ है ‘मार्गदर्शक’ या ‘पथप्रदर्शक’।
वाराणसी: भारतीय नौसेना की ताकत में आज एक नया अध्याय जुड़ गया है। गुरुवार को कोच्चि नौसेना अड्डे पर आयोजित एक भव्य समारोह में INS इक्षक को आधिकारिक रूप से भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। समारोह की अध्यक्षता नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने की।
INS इक्षक: स्वदेशी तकनीक से निर्मित सर्वेक्षण पोत
INS इक्षक का निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE), कोलकाता द्वारा किया गया है। इसके डिजाइन और निर्माण में 80% से अधिक सामग्री पूरी तरह स्वदेशी है। यह उपलब्धि भारत की “Make in India” पहल को एक नया आयाम देती है।
मुख्य विशेषताएं:
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लंबाई: 110 मीटर
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चौड़ाई: 16 मीटर
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विस्थापन: 3400 टन
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चालक दल: 231 (20 अधिकारी, 211 नाविक)
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इंजन: दोहरे MAN डीजल इंजन
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गति: अधिकतम 18 नॉटिकल माइल प्रति घंटा
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प्रणोदन: Fixed-pitch प्रोपेलर और Stern Thrusters
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हेलिपैड सुविधा: आपातकालीन हेलीकॉप्टर संचालन के लिए सक्षम
समुद्री सर्वेक्षण और राष्ट्रीय सुरक्षा में नई क्रांति
INS इक्षक का प्राथमिक उद्देश्य जल सर्वेक्षण और नौवहन सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
यह जहाज समुद्र की गहराइयों का सटीक मानचित्रण, नौवहन चार्ट तैयार करने, और व्यापारिक एवं युद्धपोतों के लिए सुरक्षित मार्ग निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इसमें लगे अत्याधुनिक उपकरण —
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चार सर्वेक्षण नौकाएँ
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अंडरवाटर ऑटोनॉमस व्हीकल
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हाई-डेफिनिशन कैमरे से लैस रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल
— इसे समुद्र के हर आयाम की सटीक जानकारी जुटाने में सक्षम बनाते हैं।
दोहरे उपयोग वाला जहाज: आपदा राहत और अस्पताल सुविधाएं
INS इक्षक केवल एक सर्वेक्षण पोत नहीं, बल्कि एक HADR (Humanitarian Assistance and Disaster Relief) प्लेटफॉर्म भी है।
यह जहाज प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध या जहाज़ दुर्घटनाओं की स्थिति में अस्पताल जहाज के रूप में कार्य कर सकता है।
मेडिकल सुविधाएं:
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6-बिस्तर वाला प्राथमिक अस्पताल (विस्तारित होने योग्य 40 बिस्तरों तक)
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ऑपरेशन थियेटर
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ब्लड बैंक
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अल्ट्रासाउंड स्कैन यूनिट
इन सुविधाओं के चलते यह जहाज समुद्र में किसी भी आपात स्थिति में जीवनरक्षक भूमिका निभा सकता है।
महिला अधिकारियों के लिए विशेष आवास
INS इक्षक भारतीय नौसेना का पहला बड़ा सर्वेक्षण पोत है जिसमें महिला नौसेना अधिकारियों के लिए समर्पित आवास सुविधा दी गई है।
यह भारतीय नौसेना में महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उन्नत नेविगेशन सिस्टम
इक्षक में AI-सक्षम सर्वेक्षण प्रणाली और आधुनिक नेविगेशन तकनीकें लगाई गई हैं, जो समुद्र तल, तटीय क्षेत्रों और हिमखंडों की स्थिति का वास्तविक समय विश्लेषण कर सकती हैं।
इससे भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और समुद्री व्यापार मार्गों की विश्वसनीयता और भी मजबूत होगी।
कमांडिंग ऑफिसर का संदेश
INS इक्षक के कैप्टन त्रिभुवन सिंह ने कहा —
“इक्षक केवल एक जहाज नहीं, बल्कि हर नाविक के लिए एक मार्गदर्शक है। इसका संदेश है — निडरता, साहस और मार्गदर्शन।”
निष्कर्ष:
INS इक्षक का भारतीय नौसेना में शामिल होना भारत की समुद्री शक्ति, स्वदेशी तकनीक और महिला सशक्तिकरण — तीनों का शानदार संगम है।
यह पोत न केवल समुद्री सर्वेक्षण में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, बल्कि भारत की रक्षा क्षमता को और भी सुदृढ़ बनाएगा।
“इक्षक” वास्तव में अपने नाम के अनुरूप, नौसेना के भविष्य का सच्चा पथप्रदर्शक साबित होगा।



