
Sansad Ratna Award 2025: लोकसभा में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए 17 सांसदों को Sansad Ratna Award 2025 से सम्मानित किया गया है। इस सम्मान समारोह में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद रवि किशन, डॉ. दिनेश शर्मा, और अन्य प्रमुख नेताओं को उनकी शानदार संसदीय गतिविधियों के लिए पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार हर साल उन सांसदों को दिया जाता है जो संसद में सक्रिय भागीदारी, जनहित के मुद्दे उठाने और उत्कृष्ट कार्य के लिए जाने जाते हैं। इस बार सबसे ज्यादा सात सांसद महाराष्ट्र से चुने गए हैं, जो इस पुरस्कार की विविधता को दर्शाता है।
बीजेपी सांसद और मशहूर अभिनेता रवि किशन को गोरखपुर से सांसद के रूप में उनके शानदार कार्य के लिए Sansad Ratna Award से नवाजा गया। रवि किशन ने इस सम्मान का श्रेय अपनी जनता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है। यह गोरखपुर की जनता की मेहनत और समर्थन का नतीजा है।” रवि किशन ने संसद में जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाया और क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाओं पर काम किया।
पुरस्कार में शामिल अन्य सांसद
इस साल Sansad Ratna Award 2025 में एनसीपी (शरद पवार गुट) की सुप्रिया सुले, कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़, शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत और बीजेपी के निशिकांत दुबे जैसे सांसदों को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा चार सांसदों को विशेष जूरी पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार संसद में सवाल उठाने, बहस में हिस्सा लेने और विधायी कार्यों में योगदान के आधार पर दिए जाते हैं।
Sansad Ratna Award 2025: संसद रत्न पुरस्कार का महत्व
Sansad Ratna Award की स्थापना 2010 में हुई थी, जिसका मकसद सांसदों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करना है। यह पुरस्कार न केवल सांसदों की मेहनत को पहचान देता है, बल्कि जनता को भी उनके प्रतिनिधियों के कार्यों के बारे में जागरूक करता है। इस साल का आयोजन दिल्ली में हुआ, जहां सभी सम्मानित सांसदों ने अपने क्षेत्र की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
आम जनता के लिए प्रेरणा
यह पुरस्कार उन सांसदों के लिए प्रेरणा का काम करता है जो जनता की सेवा में दिन-रात मेहनत करते हैं। रवि किशन जैसे सांसदों का सम्मान न केवल उनके क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह युवाओं को भी राजनीति में सक्रिय होने के लिए प्रेरित करता है। इस पुरस्कार ने एक बार फिर साबित किया कि मेहनत और लगन से जनता का भरोसा जीता जा सकता है।