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Administrative meeting for maintaining peace during Ram Navami festival: आगामी 6 अप्रैल को विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया तैयारियों का विस्तृत जायजा

चाईबासा :पश्चिमी सिंहभूम में आगामी 6 अप्रैल 2025 को होने वाले रामनवमी पर्व के मद्देनजर पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित प्रकोष्ठ में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी -सह- उपायुक्त कुलदीप चौधरी और पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने संयुक्त रूप से की। बैठक में जिला के अपर उपायुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता- विद्युत आपूर्ति प्रमंडल समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही।
बैठक में श्री चौधरी और श्री शेखर ने जिले के विभिन्न अनुमंडल, जैसे कि सदर चाईबासा, जगन्नाथपुर, पोड़ाहाट-चक्रधरपुर के अनुमंडल पदाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से रामनवमी के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए गए तैयारियों का बिंदुवार विश्लेषण किया। इसके अलावा मनोहरपुर और किरीबुरु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से भी शांति बनाए रखने के प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। प्रशासन ने इस दौरान साफ तौर पर कहा कि रामनवमी का पर्व सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न होना चाहिए, और इसके लिए हर एक कदम पर सजगता बरतनी होगी।
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बैठक के दौरान सभी संबंधित पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि रामनवमी पर्व के दौरान अनुमंडल और थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकों का आयोजन सुनिश्चित करें। इसके साथ ही क्षेत्र के सभी संवेदनशील चौक-चौराहों और जुलूस मार्गों का नियमित भौतिक निरीक्षण किया जाए। जुलूस मार्गों में पर्याप्त रोशनी व्यवस्था की जाए और मार्ग में आने वाले सभी मकानों की छतों और गलियों पर ड्रोन की सहायता से निगरानी रखी जाए।

पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि जुलूस के दौरान किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक या अश्लील गाने नहीं बजने चाहिए। डीजे संचालकों और आयोजकों को इसकी पूर्व सूचना दी जानी चाहिए, ताकि ऐसे आयोजनों को रोका जा सके। इसके अलावा, जिले के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और क्षेत्र स्तर पर संचालित व्हाट्सएप ग्रुप्स पर प्रसारित होने वाली सूचनाओं पर कड़ी नजर रखी जाए। यदि किसी व्यक्ति द्वारा आपत्तिजनक या भ्रामक सूचनाओं का प्रसार किया जाता है, तो प्रशासन तुरंत उस पर कार्रवाई करेगा।
बैठक के दौरान यह भी निर्देशित किया गया कि सभी अखाड़ा, मंडल और आयोजन समिति के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों के संपर्क नंबर प्राप्त कर उन्हें संरक्षित किया जाए, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संपर्क किया जा सके। साथ ही, प्रशासन ने आम जनों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और यदि किसी भी संदिग्ध घटना का सामना करें, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित करें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।
यह बैठक आगामी रामनवमी पर्व के शांतिपूर्ण आयोजन की दिशा में प्रशासन द्वारा उठाए गए ठोस कदमों का संकेत देती है। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

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