
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर तीखा हमला बोला है। यह विवाद एक वायरल फोटो को लेकर शुरू हुआ, जिसके बाद जायसवाल ने प्रशांत किशोर को “राजनीतिक धंधेबाज” करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके प्रशांत किशोर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यह खबर बिहार की जनता के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
वायरल फोटो से शुरू हुआ विवाद
संजय जायसवाल ने दावा किया कि प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के साथ जुड़े कई लोग अपराधी प्रवृत्ति के हैं। उनके अनुसार, यह वायरल फोटो इस बात का सबूत है कि जन सुराज पार्टी में आपराधिक छवि वाले लोग शामिल हैं। जायसवाल ने कहा, “प्रशांत किशोर को जनता की भलाई से कोई मतलब नहीं। उनके साथ घूमने वाले लोग या तो अपराधी हैं या अपराधियों के परिवार से हैं।” इस बयान ने बिहार की राजनीति में नया बवाल खड़ा कर दिया है।
प्रशांत किशोर का पलटवार
प्रशांत किशोर ने भी इस हमले का जवाब देने में देर नहीं की। उन्होंने बीजेपी सांसद के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि अगर जन सुराज में इतने अपराधी हैं, तो बीजेपी की सरकार केंद्र और बिहार में होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। प्रशांत किशोर ने सवाल उठाया, “संजय जायसवाल अगर इतने ईमानदार हैं, तो क्या उन्होंने अपराधियों को पैसे लेकर छोड़ दिया?” ये बयान जनता के बीच खूब वायरल हो रहा है।
Bihar Politics: बिहार में बढ़ता राजनीतिक तनाव
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक हैं, और इस तरह के बयानबाजी से राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। संजय जायसवाल और प्रशांत किशोर के बीच यह जुबानी जंग जनता के बीच चर्चा का केंद्र बन गई है। लोग सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं। कुछ लोग जायसवाल के आरोपों का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ प्रशांत किशोर के पक्ष में हैं।
जनता पर क्या होगा असर?
यह विवाद बिहार की जनता के लिए भी अहम है। लोग चाहते हैं कि उनके नेता उनकी समस्याओं का समाधान करें, न कि एक-दूसरे पर कीचड़ उछालें। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी बिहार में बदलाव का वादा कर रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि वे बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं। इस बीच, जनता यह देख रही है कि कौन उनके लिए सही है।