Jharkhand News: झारखंड के शांतनु को मिली 1 करोड़ की स्कॉलरशिप, अब लंदन में करेंगे पढ़ाई
रांची के शांतनु ने लंदन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से 1 करोड़ की स्कॉलरशिप हासिल की, अब करेंगे वहां पढ़ाई।

Jharkhand News: रांची, रांची में पूर्वी सिंहभूम के बंगोई गांव के एक किसान के बेटे शांतनु कुमार ने लंदन की एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप हासिल की है। इस स्कॉलरशिप के साथ अब शांतनु लंदन में उच्च शिक्षा हासिल करेंगे। उनकी इस उपलब्धि से पूरे झारखंड में खुशी की लहर है। शांतनु ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि छोटे शहरों से भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं।
शांतनु का चयन लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में हुआ है। वे वहां मास्टर्स इन एनवायरनमेंटल साइंस की पढ़ाई करेंगे। यह स्कॉलरशिप उन्हें पढ़ाई, रहने और अन्य खर्चों के लिए दी गई है। शांतनु ने बताया कि उन्होंने दिन-रात मेहनत की और कई परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल किए। उनकी इस सफलता से उनके परिवार और शिक्षकों को भी गर्व महसूस हो रहा है।
Jharkhand News: शांतनु की मेहनत और लगन
शांतनु ने रांची के एक सामान्य स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की थी। उनके पिता एक छोटे कारोबारी हैं और मां गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद शांतनु ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने 12वीं कक्षा में 95% अंक हासिल किए और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया। उनकी मेहनत रंग लाई और ऑक्सफोर्ड ने उन्हें यह स्कॉलरशिप दी। शांतनु का कहना है कि वे पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं और भारत लौटकर समाज की सेवा करना चाहते हैं।
स्कॉलरशिप का महत्व
करोड़ रुपये की यह स्कॉलरशिप शांतनु के लिए जीवन बदलने वाली साबित होगी। इससे उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च कवर होगा। साथ ही, उन्हें विदेश में बेहतरीन शिक्षा और अनुभव मिलेगा। इस स्कॉलरशिप से झारखंड के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी। शांतनु ने बताया कि यह स्कॉलरशिप न केवल उनकी पढ़ाई बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगी।
Jharkhand News: झारखंड के लिए गर्व का पल
शांतनु की इस उपलब्धि ने झारखंड का नाम रोशन किया है। स्थानीय लोग और स्कूल-कॉलेज के छात्र उनकी कहानी से प्रेरित हो रहे हैं। झारखंड सरकार ने भी शांतनु को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शांतनु जैसे युवा राज्य का भविष्य हैं। यह खबर न केवल शांतनु के लिए बल्कि पूरे झारखंड के लिए गर्व का विषय है। शांतनु ने अन्य छात्रों को सलाह दी कि मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।