डर्टी बाबा चैतन्यानंद की अनसुने राज, होटल्स से लेकर CCTV तक की कहानी

डेस्क: दिल्ली के वसंत कुंज स्थित मैनेजिंग इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को पुलिस हिरासत में लिया गया है। रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा और बार-बार फोन का पासवर्ड भूलने का बहाना बना रहा है।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 3 मोबाइल फोन और एक आईपैड जब्त किया है। बताया जा रहा है कि इसी फोन के जरिए वह छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजता था और कैंपस व हॉस्टल में लगे हिडन कैमरों का भी एक्सेस रखता था। इन उपकरणों की फोरेंसिक जांच की जा रही है।
आरोपी के खिलाफ शिकायत 6 अगस्त को दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस की जांच में सामने आया कि 40 दिनों में उसने करीब 13 अलग-अलग होटलों में रहकर अपना ठिकाना बदला। आरोपी अक्सर ऐसे होटलों में रुका, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं थे।
पटियाला हाउस कोर्ट से पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद आरोपी को वसंत कुंज थाने लाया गया। थाने पहुंचते ही उसने फल और दूध की डिमांड की, जिसे पुलिस ने पूरा किया। हिरासत के पहले दिन उसे सीसीटीवी निगरानी में रखा गया।
पुलिस ने आरोपी के पास से 2 पासपोर्ट भी जब्त किए। इनमें नाम, जन्मस्थान और माता-पिता की जानकारी अलग-अलग दर्ज थी। एक पासपोर्ट में उसका नाम पार्थ सारथी और जन्मस्थान दार्जिलिंग, जबकि दूसरे में स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती और जन्मस्थान तमिलनाडु लिखा था।
छात्राओं का आरोप है कि चैतन्यानंद उन्हें अपने कमरे में बुलाता और विदेश ले जाने का लालच देता था। विरोध करने पर फेल करने की धमकी देता और अश्लील मैसेज भेजता था। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गया था। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है और पूछताछ जारी है।
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