North Bengal Rain: उत्तर बंगाल में मूसलाधार बारिश से मची तबाही, दार्जिलिंग का पुल बहा, 14 लोगों की गई जान
दार्जिलिंग में बालासन नदी का पुल ध्वस्त, भूस्खलन से सिलीगुड़ी-मिरिक संपर्क कटा, 14 लोगों की मौत।

North Bengal Rain: उत्तर बंगाल और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने भयानक रूप धारण कर लिया है। दार्जिलिंग जिले में बालासन नदी पर बना लोहे का पुल बाढ़ की चपेट में आ गया और पूरी तरह ध्वस्त हो गया। इससे सिलीगुड़ी और मिरिक के बीच संपर्क कट गया है। इस आपदा में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। भूस्खलन और जलभराव से सड़कें बंद हो गई हैं, संचार व्यवस्था चरमरा गई है। स्थानीय लोग दहशत में जी रहे हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है।
आपदा ने कैसे मचाई तबाही? बारिश और बाढ़ का कहर
पिछले कई दिनों से उत्तर बंगाल में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जैसे पहाड़ी जिलों में नदियां उफान पर हैं। बालासन नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि दूधिया में बना महत्वपूर्ण लोहे का पुल बह गया। यह पुल सिलीगुड़ी को मिरिक से जोड़ता था, अब यातायात पूरी तरह ठप है। नेशनल हाईवे 717E पर पेडोंग और रिशिखोला के बीच भूस्खलन से वैकल्पिक रास्ता भी बंद हो गया। कर्सियांग के पास एनएच-110 और हुसैन खोला में भी मलबा गिरने से सड़कें अवरुद्ध हैं। जलपाईगुड़ी के निचले इलाकों में पानी भर गया, घरों में घुस आया। कूचबिहार और अलीपुरद्वार में भी हालात खराब हैं। मलबा हटाना मुश्किल हो गया है।
North Bengal Rain: मौतों का आंकड़ा और प्रभावित इलाके
इस आपदा में 14 लोगों की जान जा चुकी है। मिरिक में सबसे ज्यादा 5 मौतें हुईं, जोरबंगला में 4, शुखियापोखरी में 2, दार्जिलिंग सदर में 1 और पुल बाजार में 1 व्यक्ति की मौत हुई। प्रशासन का कहना है कि मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश जारी है, इसलिए आंकड़ा बढ़ सकता है। कालिम्पोंग में स्थिति सबसे गंभीर है, जहां कई सड़कें बंद हैं। उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में भी जलभराव की शिकायतें हैं। हजारों लोग बेघर हो गए, फसलें बर्बाद हो गईं। संचार लाइनें कट गईं, बिजली गुल है। ग्रामीण इलाकों में लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी और सलाह
भारत मौसम विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग और कूचबिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलीपुरद्वार में रेड अलर्ट है, जबकि उत्तर-दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में येलो अलर्ट। विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण न लें। नदियों और जलाशयों से दूर रहें। अगले 24 घंटों में बारिश जारी रहने की संभावना है। गारिधुरा पुलिस चौकी की टीम प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी कर रही है।
North Bengal Rain: नेताओं की प्रतिक्रिया, सहायता का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने दार्जिलिंग पुल हादसे में हुई मौतों पर शोक जताया, प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना दिखाई। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। कहा कि केंद्र सरकार स्थिति पर नजर रख रही है और हर मदद देगी। दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद राजू बिस्ता ने भी चिंता जताई। उन्होंने जनहानि और संपत्ति क्षति पर दुख व्यक्त किया। अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं को राहत और बचाव में जुटने के निर्देश दिए। सिक्किम और उत्तर बंगाल के मुख्यमंत्री भी राहत कार्यों में सक्रिय हैं। एनडीआरएफ की टीमें रवाना हो चुकी हैं।