बिहार चुनाव: कांग्रेस ने उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग तेज की, 36 नामों पर बनी सहमति

दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है और इसी बीच कांग्रेस ने अपने भावी उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी है। पार्टी का फोकस उन विधानसभा क्षेत्रों पर है जहां पहले दो से तीन दावेदारों के नाम पर विचार किया जा रहा था। अब वहां से एक उम्मीदवार के चयन की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित स्क्रीनिंग कमेटी की ऑनलाइन बैठक सुबह 11 बजे से शुरू हुई और देर रात आठ बजे तक चली। बैठक में पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान और अन्य वरिष्ठ नेता जुड़े।
36 उम्मीदवारों पर बनी सहमति
सूत्रों के अनुसार अब तक कांग्रेस ने करीब 36 उम्मीदवारों के नामों को सूचीबद्ध कर लिया है। इन्हें पार्टी का सिंबल मिलना लगभग तय माना जा रहा है।
बैठक में उन सीटों पर भी चर्चा हुई जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विजयी हुए थे। इसके अलावा, जिन सीटों पर पार्टी के पास पहले से विधायक हैं, उन पर भी गहन मंथन हुआ।
कांग्रेस ने पांच विधायकों की सीटों — बक्सर, महाराजगंज, राजापाकड़, भागलपुर और मुजफ्फरपुर — पर विशेष चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, इन विधायकों के कामकाज को लेकर पार्टी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। बावजूद इसके, नए चेहरों को लाने की बजाय पार्टी फिलहाल पुराने प्रत्याशियों पर भरोसा जताने की ओर झुक रही है।
कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि एक-दो दिनों के भीतर महागठबंधन में सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा हो सकती है। सीटों की स्थिति स्पष्ट होते ही कांग्रेस अपने पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक करेगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दूसरे चरण की सूची 15 अक्टूबर के बाद जारी होने की संभावना है। कांग्रेस का मानना है कि इस बार उम्मीदवारों के चयन में ज्यादा पारदर्शिता और त्वरित निर्णय लेने से संगठन को मजबूती मिलेगी।
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