भारत-कनाडा रिश्तों में आयी गर्मजोशी: अनीता आनंद के दौरे से शुरू हुई संवाद बहाली

डेस्क: भारत और कनाडा के रिश्तों में लंबे समय से चल रही खटास अब धीरे-धीरे मिटती नाजा आ रही है। कनाडा की नई सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की विदेश मंत्री अनीता आनंद सोमवार को भारत के आधिकारिक दौरे पर पहुंचीं। उन्होंने पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
यह यात्रा खास इसलिए भी है क्योंकि सितंबर 2023 में कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर कथित संलिप्तता का आरोप लगाया था। इस विवाद के बाद दोनों देशों के रिश्ते तेजी से बिगड़ गए थे। राजनयिकों की वापसी, वीजा सेवाओं पर रोक और व्यापारिक वार्ताओं के ठप होने से संबंधों में ठंडक आ गई थी।
ट्रूडो के इस्तीफे और नई सरकार के गठन के बाद अब हालात बदलते दिख रहे हैं। जनवरी 2025 में ट्रूडो के पद छोड़ने के बाद से नई कार्नी सरकार ने भारत के साथ संवाद को प्राथमिकता दी है।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अनीता आनंद के बीच हुई मुलाकात में व्यापार, तकनीक, शिक्षा और रक्षा सहयोग पर विस्तृत चर्चा हुई। जयशंकर ने कहा कि “भारत कनाडा को एक पूरक अर्थव्यवस्था के रूप में देखता है — ऐसा समाज जो समावेश, खुलेपन और विविधता में विश्वास रखता है।”
अनीता आनंद ने कहा कि कनाडा भारत के साथ स्थिर और सम्मानजनक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने साझा बयान में यह भी कहा कि दुनिया इस समय आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनावों से जूझ रही है, ऐसे में भारत-कनाडा के मजबूत संबंध वैश्विक संतुलन के लिए आवश्यक हैं।
पीएम मोदी से मुलाकात और साझा रोडमैप
विदेश मंत्री अनीता आनंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने कनाडा की नई सरकार के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर जोर दिया।
दोनों देशों ने “इंडिया-कनाडा फ्यूचर पार्टनरशिप रोडमैप 2030” पर सहमति जताई, जिसमें निवेश, हरित ऊर्जा, तकनीक और शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग की दिशा तय की गई है।
कब-क्या ?
-
जून 2023: खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या
-
सितंबर 2023: ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाए
-
अक्टूबर 2023: भारत ने आरोपों को खारिज किया
-
अक्टूबर 2024: दोनों देशों ने राजनयिकों की वापसी की
-
जनवरी 2025: ट्रूडो ने इस्तीफा दिया
-
मई 2025: जयशंकर-अनीता आनंद की फोन वार्ता
-
जून 2025: पीएम मोदी का कनाडा दौरा
-
अगस्त 2025: दोनों देशों ने नए राजदूत नियुक्त किए
भारत और कनाडा के रिश्तों में यह नई पहल दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच भरोसे की वापसी का संकेत मानी जा रही है।
ये भी पढ़ें: Bihar Chunav News: जन सुराज पार्टी की दूसरी उम्मीदवार सूची, 65 नए नामों का किया गया ऐलान