https://whatsapp.com/channel/0029VajZKpiKWEKiaaMk4U3l
ReligiousTrending
Trending

Bhai Dooj 2025: कल 5 शुभ मुहूर्त में भाई को लगाएं तिलक, दोपहर 2:54 तक रहेगा राहुकाल

23 अक्टूबर को मनाया जाएगा भाई दूज, शाम 5:43 से 7:19 बजे तक 'अमृत' काल, जानें तिलक की विधि।

Bhai Dooj 2025: भाई दूज का त्योहार कल 23 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनका सम्मान करते हैं। ज्योतिष के अनुसार, कल 5 शुभ मुहूर्त में तिलक और पूजा करना सबसे अच्छा रहेगा। लेकिन दोपहर 1:30 से 2:54 बजे तक राहुकाल रहेगा, इसलिए इस समय कोई शुभ काम न करें। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। लाखों परिवार इस दिन खुशी से मनाते हैं।

Bhai Dooj 2025 का महत्व और तैयारी

भाई दूज को भाई द्वितीया, भाऊ बीज या भतरु द्वितीया भी कहते हैं। यह दिवाली के दो दिन बाद आता है। पुराणों में कहा गया है कि यमराज की बहन यमुना ने अपने भाई यम को तिलक लगाया था, तभी से यह रिवाज चला आ रहा है। बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं या तिलक करती हैं। इसके बदले भाई बहनों को मिठाई और तोहफा देते हैं। 2025 में यह पर्व गुरुवार को है, जो शुभ माना जाता है। परिवार वाले सुबह से ही तैयारी शुरू कर दें। घर साफ करें और पूजा सामग्री जुटा लें। यह दिन भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाता है।

तिलक लगाने के 5 शुभ मुहूर्त

ज्योतिषी कहते हैं कि सही समय पर तिलक लगाने से भाई को सुख-समृद्धि मिलती है। कल के 5 शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

क्रम संख्या मुहूर्त का समय विवरण
1. सुबह 6:27 बजे से 7:51 बजे तक शुभ और उत्तम समय।
2. सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक चर समय, सामान्य फल देगा।
3. दोपहर 12:05 बजे से 1:30 बजे तक लाभ और उन्नति का समय।
4. शाम 5:43 बजे से 7:19 बजे तक अमृत काल, सबसे अच्छा समय।
5. शाम 7:19 बजे से 8:54 बजे तक फिर से चर समय।

इनमें से अमृत मुहूर्त सबसे बढ़िया है। अगर समय न मिले, तो शुभ मुहूर्त चुनें। पूजा के बाद भाई-बहन साथ खाना खाएं।

राहुकाल और अन्य समय की जानकारी

राहुकाल में कोई शुभ कार्य न करें, वरना नुकसान हो सकता है। कल राहुकाल दोपहर 1:30 बजे से 2:54 बजे तक चलेगा। इस दौरान पूजा या तिलक टाल दें। ज्योतिष में राहु का असर बुरा माना जाता है।

इसके अलावा, अभिजित मुहूर्त सुबह 11:50 बजे से दोपहर 12:40 बजे तक रहेगा, जो छोटा लेकिन शुभ है। शाम को विष्कुम्भ मुहूर्त भी अच्छा रहेगा। पंचांग के अनुसार, चंद्रमा का गोचर भी अनुकूल है। अगर आपका शहर अलग है, तो स्थानीय पंचांग चेक करें।

Bhai Dooj 2025: तिलक लगाने की सही विधि

तिलक लगाना आसान है, लेकिन सावधानी बरतें। बहनें दाहिने हाथ की अनामिका उंगली से भाई के माथे पर तिलक लगाएं। चंदन, हल्दी, दही या कुमकुम का इस्तेमाल करें। टूटे चावल न डालें। तिलक के बाद आरती उतारें और मिठाई खिलाएं। भाई बहन को उपहार दें। इससे रिश्ता और मजबूत होता है। अगर भाई दूर है, तो वीडियो कॉल पर तिलक करें। बच्चे भी इस रस्म में हिस्सा लें। यह विधि सरल है, कोई जटिल नियम नहीं।

भाई दूज 2025 में सावधानियां

त्योहार में खुशी के साथ सतर्क रहें। बाहर जाते समय मास्क पहनें और भीड़ से बचें। मिठाई घर पर बनाएं या पैकेट वाली न लें। ज्योतिषी कहते हैं कि दान-पुण्य से फल दोगुना होता है। गरीब बहनों को उपहार दें। यह पर्व सकारात्मक ऊर्जा लाता है। 2025 का भाई दूज यादगार बनेगा। अगर आपकी कुंडली में कोई दोष है, तो ज्योतिषी से सलाह लें। भाई-बहन का यह बंधन अनमोल है। कल की खुशियां साल भर याद रहेंगी।

Sanjna Gupta
Author: Sanjna Gupta

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!