Bihar Chunav 2025: बिहार में सियासी उलटफेर, 200 RJD कार्यकर्ता JDU में हुए शामिल, नीतीश कुमार को मिला बड़ा समर्थन
200 RJD कार्यकर्ता JDU में, नीतीश मजबूत, तेजस्वी को झटका; चिराग की आलोचना से NDA में तनाव।

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को बड़ा झटका लगा, जब पटना में इसके 200 कार्यकर्ता जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में ये कार्यकर्ता JDU में आए, जिससे बिहार की राजनीति में नया मोड़ आ गया है। इस घटना ने RJD नेता तेजस्वी यादव के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
RJD कार्यकर्ताओं का JDU में जाना, तेजस्वी को झटका
पटना के JDU कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने खुद इन कार्यकर्ताओं का स्वागत किया ये कार्यकर्ता ज्यादातर पटना और आसपास के इलाकों से हैं, जो पहले RJD के सक्रिय सदस्य थे। JDU में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे नीतीश कुमार की नीतियों और बिहार में उनके विकास कार्यों से प्रभावित हैं। एक कार्यकर्ता ने कहा, “नीतीश जी ने बिहार को नई दिशा दी है। हम उनके साथ मिलकर बिहार को और बेहतर बनाना चाहते हैं।”
इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा, “JDU सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। हम बिहार के विकास के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।” यह घटना RJD के लिए बड़ा नुकसान मानी जा रही है, क्योंकि कार्यकर्ताओं का जाना पार्टी की जमीनी ताकत को कमजोर कर सकता है।
Bihar Chunav 2025: चिराग पासवान और तेजस्वी के बीच तनाव
इस बीच, लोजपा (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नीतीश कुमार की आलोचना की और कहा कि बिहार में ‘जंगल राज’ की स्थिति बन रही है। दूसरी ओर, तेजस्वी यादव ने JDU पर कार्यकर्ताओं को तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह सियासी साजिश है, लेकिन जनता सब देख रही है।”
बिहार चुनाव 2025 पर असर विधानसभा चुना
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और इस तरह के सियासी बदलाव से समीकरण बदल सकते हैं। JDU को मिला यह समर्थन नीतीश कुमार की स्थिति को मजबूत कर सकता है, जबकि RJD को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है। चिराग पासवान की आलोचना भी NDA गठबंधन में तनाव का संकेत दे रही है।
बिहार की जनता अब यह देख रही है कि ये सियासी बदलाव चुनाव में किस तरह असर डालेंगे। क्या नीतीश कुमार इस समर्थन का फायदा उठा पाएंगे, या तेजस्वी यादव वापसी करेंगे? यह समय बताएगा।