
Bihar Election 2025: बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 13वीं बार पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए नामांकन करने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने तीखा हमला बोला है। BJP ने कहा कि लालू को अपने बेटे तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं है, इसलिए वे बार-बार खुद को अध्यक्ष बनवा रहे हैं। वहीं, JDU ने लालू के सजायाफ्ता होने की बात उठाकर उनकी नैतिकता पर सवाल खड़े किए। इस बयान ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को गर्म कर दिया है।
BJP का तंज: तेजस्वी पर पिता को भी भरोसा नहीं
BJP के प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने बेटे तेजस्वी को योग्य नहीं मानते। उन्होंने तंज कसा कि तेजस्वी नौवीं कक्षा भी पास नहीं कर सके, फिर बिहार की जनता उन पर कैसे भरोसा करेगी। मिश्र ने यह भी कहा कि लालू परिवार में शीर्ष पद को लेकर झगड़ा चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि लालू न तो बिहार के अच्छे मुख्यमंत्री बन पाए और न ही अपने परिवार को संभाल पाए। BJP ने RJD को एक पारिवारिक पार्टी बताकर उसकी आलोचना की।
Bihar Election 2025: JDU ने उठाए नैतिकता के सवाल
JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने लालू के दोबारा अध्यक्ष बनने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एक सजायाफ्ता व्यक्ति को बार-बार अध्यक्ष बनाना RJD की गलत नीति को दर्शाता है। JDU ने तेजस्वी पर भी हमला बोला और कहा कि वे लोगों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं, लेकिन उनकी पार्टी परिवारवाद से भरी है। JDU ने दावा किया कि RJD में नियम-कानून की कोई अहमियत नहीं है और यह सिर्फ लालू परिवार की पार्टी बनकर रह गई है।
बिहार की सियासत में क्या होगा असर?
लालू के इस फैसले और BJP-JDU के हमलों ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और RJD पहले ही तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर चुकी है। लेकिन लालू का खुद को अध्यक्ष बनाए रखना और परिवार में तेज प्रताप के बगावती तेवर RJD के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। बिहार की जनता अब यह देख रही है कि क्या लालू और तेजस्वी मिलकर पार्टी को एकजुट रख पाएंगे।