
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला बिहार की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से जुड़ा है, जिसमें तेजस्वी ने दावा किया था कि उनका नाम सूची से गायब है। अब चुनाव आयोग ने इस गंभीर आरोप का संज्ञान लेते हुए तेजस्वी यादव को नोटिस भेजा है और उनसे उनके द्वारा साझा किए गए मतदाता पहचान पत्र (EPIC) नंबर RAB2916120 की जांच के लिए मूल प्रति सौंपने को कहा है।
तेजस्वी का दावा और EPIC नंबर पर उठे सवाल
तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहते हुए सनसनी फैला दी थी कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत जारी ड्राफ्ट मतदाता सूची में उनका नाम शामिल नहीं है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास जो EPIC नंबर है, वह चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं मिल रहा है। यही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने यह मुद्दा सार्वजनिक किया, तब उनके मतदाता पहचान पत्र का नंबर बदल दिया गया।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
तेजस्वी के दावे पर पटना सदर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM)-सह-दीघा विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी ने जांच शुरू कर दी है। एक आधिकारिक पत्र में अधिकारी ने कहा कि 2 अगस्त को तेजस्वी यादव द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में साझा किया गया EPIC नंबर RAB2916120 चुनाव आयोग द्वारा जारी रिकॉर्ड में नहीं पाया गया। इसलिए उनसे अनुरोध किया गया है कि वह मूल मतदाता पहचान पत्र आयोग को जांच हेतु सौंपें।
डीएम ने तेजस्वी के दावों को नकारा
पटना के जिलाधिकारी त्यागराज एस एम ने तेजस्वी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जिस EPIC नंबर की बात की जा रही है, वही नंबर उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनावों में नामांकन के दौरान अपने शपथपत्र में दिया था। यदि उनके पास इससे अलग कोई और EPIC कार्ड है, तो यह अपने-आप में जांच का विषय है।
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