ऊना: केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध चिंतपूर्णी मंदिर के विकास के लिए ₹56.26 करोड़ की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। यह राशि प्रसाद योजना (Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Augmentation Drive) के तहत स्वीकृत की गई है, जिससे मंदिर परिसर और आसपास की पर्यटन अवसंरचना को विकसित किया जाएगा।
इस घोषणा के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत का आभार जताया।
पर्यटन और सुविधाओं में होगा विस्तार
पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत तीर्थ स्थलों के पुनरुद्धार और आध्यात्मिक संवर्धन के लिए राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसी कड़ी में चिंतपूर्णी मंदिर के लिए यह राशि स्वीकृत की गई है, जिससे बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाया जाएगा, सुविधाओं में विस्तार होगा और स्थानीय कला, संस्कृति, हस्तशिल्प और व्यंजनों को बढ़ावा मिलेगा।
अनुराग ठाकुर ने जताया आभार
हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “प्रधानमंत्री ने हमेशा हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर माना है और यहां के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं। नवरात्रि के शुभ अवसर पर केंद्र सरकार ने चिंतपूर्णी मंदिर को यह उपहार दिया है, जिससे श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।”
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार की विकास के साथ विरासत संरक्षण की नीति इस तरह की योजनाओं के माध्यम से राष्ट्रीय तीर्थ स्थलों के कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
चिंतपूर्णी मंदिर का महत्व
चिंतपूर्णी मंदिर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शक्ति पीठ है, जहां मां चिंतपूर्णी के दर्शन के लिए हर वर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस परियोजना के तहत मंदिर में यात्रियों के लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।
यह वित्तीय सहायता मंदिर के सौंदर्यीकरण, आवागमन सुविधाओं में सुधार, यात्री सुविधाओं के विस्तार और स्थानीय पर्यटन उद्योग को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।