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- ऑपरेशन सिंदूर में नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाया गया
नई दिल्ली। पाकिस्तान में हमले के बाद अधिकारीक बयान सामने आया है। जिसमें बताया गया कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को सटीक सैन्य कार्रवाई के जरिए पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए वीभत्स आतंकी हमले के दोषियों को करारा जवाब देने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए किया गया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की योजना खुफिया एजेंसियों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर बनाई गई थी। उन्होंने कहा, “भारतीय सेना ने इस कार्रवाई के दौरान पूरी सावधानी बरती कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। हमारा लक्ष्य केवल आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करना था।” उन्होंने आगे बताया कि जिन नौ ठिकानों पर हमला किया गया, वे जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग कैंप और लॉन्च पैड थे, जहां आतंकियों को भारत में हमलों के लिए तैयार किया जाता था।
कर्नल कुरैशी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के तहत उन आतंकियों के अड्डों को भी पूरी तरह नष्ट किया गया, जिन्होंने पहलगाम में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया था। सेना ने इन ठिकानों की पहचान कर उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दिया है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तानी सेना के किसी भी ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और कार्रवाई पूरी तरह संयमित और लक्ष्य केंद्रित रही।
ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। इस दौरान अत्याधुनिक हथियारों, ड्रोन और सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। सेना ने नेस्तनाबूद किए गए आतंकी ठिकानों की तस्वीरें और पूरा ब्यौरा भी साझा किया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा, “यह ऑपरेशन हमारे नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए था। भारतीय सेना देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता पर हमेशा कायम रहेगी।”
इस बड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को बड़ा झटका लगा है और देशवासियों में सेना के इस साहसिक कदम की सराहना की जा रही है।
