अधिकारियों की मिलीभगत से इन केंद्रों को चलाने वाले लोग भारी मात्रा में पैसा कमा रहे हैं
अधीर रंजन ने ममता बनर्जी से की जांच की मांग

Bengal News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य के नशा मुक्ति केंद्रों में हो रही कथित कुप्रथाओं और अमानवीय व्यवहार की गहन जांच की मांग की है। उन्होंने इन केंद्रों में कैदियों के साथ क्रूर व्यवहार और बुनियादी सुविधाओं की कमी का गंभीर आरोप लगाया है।
नशा मुक्ति केंद्रों में लूट और यातना का दावा
अधीर रंजन चौधरी ने अपने पत्र में कहा कि कुछ पुलिस स्टेशन नशा मुक्ति केंद्रों से पैसे के लेन-देन में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नशा मुक्ति के नाम पर लोगों से लूट हो रही है। कई निर्दोष लोगों को झूठे मामलों में फंसाकर इन केंद्रों में भेजा जा रहा है, जिनका नशे से कोई लेना-देना नहीं है। विशेष रूप से, बरहमपुर के पंचनंतला में स्थित दिशा होम का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि यह केंद्र ऐसी गलत गतिविधियों में शामिल है।
कैदियों के साथ क्रूर व्यवहार
चौधरी ने बताया कि इन केंद्रों में कैदियों को गंभीर मानसिक और शारीरिक यातना दी जाती है। उन्हें कम भोजन, गंदा ट्यूबवेल पानी, और अपर्याप्त स्वच्छता सुविधाएं मिलती हैं। चार लोगों को एक साथ 1-2 मिनट में नहाने के लिए मजबूर किया जाता है, और शौचालय का उपयोग हर तीन घंटे में केवल एक बार करने की अनुमति है। सोने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है।
इन अमानवीय हालातों के कारण कैदियों का जीवन नारकीय हो गया है। चौधरी ने कहा कि कई लोग बिना नशे की लत के भी इन केंद्रों में बंद हैं, और वहां के कर्मचारी और अधिकारी मिलकर मोटी कमाई कर रहे हैं।
ममता बनर्जी से जांच की अपील
अधीर रंजन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तुरंत हस्तक्षेप करने और इन गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा यह बेहद जरूरी है कि इन केंद्रों की सच्चाई सामने आए और निर्दोष लोगों को इंसाफ मिले। उनकी यह मांग पश्चिम बंगाल में नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया और भविष्य
यह मामला अब सुर्खियों में है और लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। अगर जांच में आरोप सही पाए गए, तो यह ममता बनर्जी सरकार के लिए बड़ा सवाल बन सकता है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि सरकार इस मामले में जल्द कार्रवाई करे ताकि नशा मुक्ति केंद्रों में सुधार हो और निर्दोष लोगों को न्याय मिले।