नेपाल संकट पर पूर्व रक्षा मंत्री मिनेंद्र रिजाल का बड़ा खुलासा! जेन-जी आंदोलन सरकार की…

काठमांडू: नेपाल में हाल ही में हुए जेन-जी आंदोलन ने पूरे देश की राजनीति को हिला कर रख दिया है। शुरुआत सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध से हुई और देखते ही देखते यह आंदोलन भ्रष्टाचार और “नेपोकिड्स” के मुद्दे पर भी केंद्रित हो गया। आंदोलन के हिंसक हो जाने से कई जानें गईं और देश राजनीतिक अस्थिरता में घिर गया। अब नेपाल के पूर्व रक्षा मंत्री मिनेंद्र रिजाल ने इस पर बड़ा बयान दिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रिजाल ने कहा “सरकार ने लोगों का विश्वास खो दिया है। यह आंदोलन राजनीतिक दलों की लापरवाही और कुप्रबंधन का नतीजा है। मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। अब हमें देश को आगे ले जाने और जेन-जी की आकांक्षाओं को पूरा करने पर काम करना होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने मैसेज को समझने की बजाय मैसेंजर को दंडित करने की कोशिश की, जिसकी वजह से हालात बिगड़े।
रिजाल ने साफ कहा कि अगर जेन-जी देश की अच्छी सेवा करता है, तो वे उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा,
“हमें समाधान का हिस्सा बनना होगा और संविधान का सम्मान करना होगा। यह देखना होगा कि जेन-जी देश चलाने के लिए आम सहमति कैसे बना पाता है।”
नेतृत्व पर सवाल पूछे जाने पर रिजाल ने कहा कि वे ऐसे व्यक्ति को नेतृत्व में देखना चाहेंगे, जो संविधान की रक्षा करे और जनता के विश्वास पर खरा उतरे।
नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के चलते हालात बेकाबू हो गए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास और सरकारी इमारतों में आगजनी की, जिसके बाद सेना को कंट्रोल अपने हाथों में लेना पड़ा। भारी दबाव के चलते प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। अब देश में अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर चर्चा जारी है।
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